जनपद में तहसील स्तरीय आपदा प्रबन्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज हुआ समापन
हाथरस। जनपद में समस्त आपदाओं से बचाव को लेकर प्रत्येक तहसील पर होने वाले 06 दिवसीस प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया है। आपदाओं से बचाव के प्रति आम-जनमानस को जागरूक करने के उद्ेश्य से उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, हाथरस के संयुक्त तत्वाधान में स्कूल/डिग्री कॉलेज एवं ग्राम पंचायत स्तर पर आपदा जन-जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ कराया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के बीच अग्निशमन विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी प्रशिक्षण दिया गया। अग्निशमन विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से भी चारों तहसीलों में प्रशिक्षण दिया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आपदा के समय प्राथमिक उपचार कैसे दिया जाता है और सी0पी0आर0 क्या है, सर्पदंश बचाव आदि के वारे में जानकारी दी गयी और अग्निशमन विभाग द्वारा चारों तहसीलों में सिलेंडर की आग को घरेलू नुस्खे से कैसे बुझाए जा सकता है इसके बारे में भी प्रेक्टिकल डेमोंसट्रेशन करके बताया बताया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 02 फरवरी 2024 से प्रारंभ हुआ है और 09 फरवरी 2024 को सम्पन्न हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद के 462 ग्राम प्रधान, 70 ग्राम सचिव, 152 लेखपाल, 15 राजस्व कानूनगो, 784 प्राइमरी स्कूल के अध्यापक, 351 माध्यमिक स्कूल के अध्यापक, 82 डिग्री कॉलेज के शिक्षक, अर्थात जनपद के कुल 1916 प्रतिभागियों को मास्टर ट्रेनरों द्वारा आपदा प्रबंधन चक्र, भारत में आपदा प्रबंधन का तंत्र, आपदा जोखिम न्यूनीकरण, विभिन्न आपदाओं जैसे आकाशीय विद्युत, डूबना, अग्निकांड,बाढ़, शीतलहर, लू सर्पदंश, आधी तूफान, भूकम्प, ओलावृष्टि आदि विभिन्न आपदाओं के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी ग्राम प्रधान, पंचायत सहायक, आशा बहुओ को प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद इन आपदाओं के बारे में अपने अपने ग्राम पंचायत समुदाय के लोगों के बीच साझा भी करेंगे। इसके साथ ही मास्टर ट्रेनरों द्वारा शिक्षकों को सचेत ऐप और दामिनी ऐप के सम्बन्ध में भी बताया जा रहा है और प्रतिभागियों के मोबाइल में इंस्टॉल भी कराया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रत्येक दिन तहसील पर उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार द्वारा प्रतिभागियों को आपदाओं के प्रति संबोधित किया। और इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपदीय स्तर व तहसील स्तर के अधिकारियों द्वारा भी निरीक्षण किया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला आपदा विशेषण लेखराज सिंह द्वारा आम-जनमानस को बचाने के उद्देश्य से सभी प्रशिक्षणार्थियों से कहा गया कि आपको मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण प्रदान कर दिया गया है अब आप स्वयं मास्टर ट्रेनर के रूप में अपने-अपने क्षेत्र के लोगों को प्रशिक्षण प्रदान कर लोगों को जागरूक करेंगे। साथ में उन्होने यह भी बताया कि सभी आपदाओं से आप बचना सीख रहे हैं किंतु भविष्य में आने वाली सबसे बड़ी आपदा सूखा आपदा होगी अर्थात पानी की कमी भविश्य सबसे बडी आपदा होगी जिसके बचने के लिए हमको अभी से प्रयास करना प्रारम्भ करना होगा अन्यथा इस आपदा से बचने कि लिएं पानी भी पेट्रोल की तरह खरीदना पड़ेगा।
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