प्रतापगढ़ की जनता ने वर्तमान सांसद पर किया था भरोसा लेकिन, भरोसे का जमाना जा रहा है

विकास के दावे हुए फेल, अब कैसे होगा मेल

प्रतापगढ़ की जनता ने वर्तमान सांसद पर किया था भरोसा लेकिन, भरोसे का जमाना जा रहा है

प्रतापगढ़। बीते हुए वर्ष का यही गर्मी का महीना था। गर्मी में सरगर्मी थी लोकसभा चुनाव की। प्रतापगढ़ में हुए लोकसभा चुनावी महासंग्राम में भाजपा से प्रबल प्रत्याशी सांसद रहे संगम लाल गुप्ता के पक्ष में प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अमित शाह की चुनावी जनसभाएं हुई,
अनुप्रिया पटेल व प्रदेश के अनेक मंत्रियों की भी जनसभाएं हुई। यहां तक की देश के प्रधानमंत्री मोदी जी को भी संगम लाल की डगमगाती नैया को पर लगाने के लिए आना पड़ा था। जीआईसी के मैदान में प्रधानमंत्री की विशाल जनसभा हुई। अपार जन समूह उमड़ पड़ा था लेकिन सभी प्रयासों पर पानी फिर गया क्योंकि प्रतापगढ़ की जनता ने मन में ठान लिया था कि भाजपा प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता को वोट नहीं देना है यद्यपि इस चुनाव के 1 वर्ष पूर्व से संगम लाल विधानसभा वार गांव-गांव जाकर सुबह-शाम ग्रामीणों के साथ बैठक करते थे, वहीं रात्रि विराम करते रहे लेकिन यहां की जनता संगम लाल से व्यक्तिगत तौर पर नाखुश थी क्योंकि सांसद रहते हुए संगम लाल गुप्ता जनपद के न किसी गांव में गए और न ही शहरवासियों से रूबरू ही होते थे।यहां तक कि वह कार्यकर्ताओं, कुछ ब्लॉक प्रमुखों व ग्राम प्रधानों को छोड़कर किसी को पहचानते तक नहीं थे क्योंकि बचपन से ही उनका प्रवास मुंबई और महाराष्ट्र में रहा। वहीं उन्होंने व्यवसाय की शुरुआत की और अच्छा व्यवसाय रहा। बाद में राजनीति में रुचि बढ़ने के साथ 2017 में प्रतापगढ़ आए और सदर विधानसभा से विधायक हो गए और 2019 में प्रतापगढ़ के सांसद भी हो गए। वह सरकारी कार्यक्रमों, बैठकों और पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं तक ही सीमित रहे और आम जनता से दूर होते चले गए। अंततः प्रतापगढ़ की जनता ने ऐसा सबक सिखाया कि लोकसभा के प्रतापगढ़ संसदीय सीट  से उन्हें हाथ धोना पड़ा। चुनावी दौर में  यहां की जनता के सामने कोई अन्य विकल्प नहीं था इसलिए समाजवादी पार्टी से इंडी गठबंधन प्रत्याशी के रूप में डॉ0शिवपाल सिंह पटेल में अपना विश्वास जताया जबकि डॉ0 पटेल हरदोई के निवासी हैं,प्रतापगढ़ से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं रहा लेकिन इंडी गठबंधन से प्रत्याशी होने के नाते प्रतापगढ़ से राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी एवं विधायक आराधना मिश्रा मोना का उन्हें पूरा समर्थन मिला अनेक जनसभा में नेता द्वय ने प्रतिभाग कर जनता से समर्थन मांगा। सांसद डॉ0 पटेल ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जहां जहां जनसभाएं की और प्रतापगढ़ के विकास के लिए जो बड़े बड़े वायदे किए थे उस पर वह खरे नहीं उतर पा रहे हैं क्योंकि उनका अधिकांश समय लखनऊ अथवा दिल्ली में ही व्यतीत होता है। कभी कभार महीने में एक दो चक्कर प्रतापगढ़ का लगा लेते हैं, कार्यकर्ताओं के साथ दो एक गांव में भ्रमण कर लेते हैं। सुबह लखनऊ से आते हैं और शाम ढलते लखनऊ वापस चले जाते हैं, भले ही जनता अपनी समस्याओं को लेकर उन्हें ढूंढती रहे।महीने दो महीने में शायद ही जनता दर्शन का कार्यक्रम करते हो,पर स्थान ,तिथि और समय अनिश्चित रहता है जिससे यहां की जनता को निराशा होती है कि वे अपनी समस्याओं को किससे कहें। सांसद डॉ0 पटेल को चाहिए कि वह माह में तीन से चार बार प्रतापगढ़ में प्रवास करते हुए जन समस्याओं का अधिक से अधिक निदान कराएं और केंद्र व प्रदेश सरकार से नई योजनाएं/ परियोजनाएं प्रतापगढ़ के विकास के लिए लाएं ताकि चुनावी दौर में किए गए वादों को पूरा करते रहें, वरना जनता बाद में हिसाब मांगेगी और यदि वर्तमान सांसद ने अपने कार्यशैली में परिवर्तन नहीं किया तो अगला लोकसभा चुनाव सांसद डॉ0 पटेल को भारी पड़ सकता है।
वहीं देखा जाय कि इसी जनपद के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी अपने क्षेत्र रामपुरखास के चतुर्मुखी विकास के लिए हर दो तीन माह में एक न एक परियोजनाएं केंद्र अथवा राज्य सरकार से लाते रहते हैं और क्षेत्रवासी अनेक योजनाओं से लाभान्वित होते रहते हैं।प्रमोद तिवारी ने अपने 45 वर्षों के राजनीतिक सफर में पूरी निष्ठा के साथ अपने विधानसभाई क्षेत्र को एक आदर्श क्षेत्र बनाया है, उसे संवारा है।अभी शनिवार को ही उन्होंने बारह करोड़ की सड़क परियोजना का भूमिपूजन वहाँ की विधायक आराधना मिश्र मोना के साथ किया।भले ही राज्यसभा सांसद दिल्ली अथवा लखनऊ में रहते हों पर माह में 4 से 5 बार अपने क्षेत्रवासियों से लालगंज स्थित कैम्प ऑफिस में मिलकर समस्याओं का निराकरण कराते हैं।सभी के सुख-दुख में उनके गांव तक पहुंचते हैं।

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