ह्रदय की हिफाजत वर्तमान समय की आवश्यकता: डा.बृजेश

ह्रदय की हिफाजत वर्तमान समय की आवश्यकता: डा.बृजेश

लखनऊ। विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष्य में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डॉ नरेंद्र बहादुर सिंह के निर्देशन तथा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अरुणा शर्मा के मार्गदर्शन में स्टेडियम में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला चिकित्सालय हमीरपुर आयुष विंग, योग वेलनेस सेंटर के इंचार्ज डा.बृजेश कश्यप के द्वारा जिला हमीरपुर क्षेत्र के योग प्रिय लोगों के बीच  " विश्व हृदय दिवस पर ह्रदय से जुड़ी समस्या और समाधान की जानकारी दी।

वर्तमान में हृदयाघात की समस्या आम होती जा रही हैं, भूत पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम,कानपुर के राजू श्रीवास्तव,दक्षिण भारत के हीरो पुनीत राजकुमार,सिंगर के के कथन,बिग बॉस के विजेता रहे सिद्धार्थ शुक्ला ऐसे और भी बहुत सारे लोगों को अचानक हृदयाघात के कारण अपनी जान गवानी पड़ी, इसी श्रृंखला में मशहूर
भारतीय क्रिकेटर सौरभ गांगुली को भी ह्रदय घात का सामना करना पड़ा।

हालांकि जान जाने से बच गई क्यू की वो अक्सर योग, हेल्दी लाइफस्टाइल, डाइट का अनुसरण करते थे समय से तत्काल मेडिकल टीम ने सहयोग की, डॉ कश्यप ने बताया कि गर्भ में बच्चे का हृदय एक बार चलने के बाद वो तब तक चलता और काम करता है,जब तक आप चलना बंद नहीं करते आपकी मृत्यु नहीं हो जाती, ऐसे में आप के शरीर का प्रत्येक अंग आराम करता है लेकिन हमारा दिल आराम नहीं करता सभी को अपने ह्रदय की हिफाजत हमेशा करना चाहिए।

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कार्यशाला में लोगों को हृदय से जुड़ी वर्तमान समस्याओं और समाधान के बारे में बताया और योग एवं आयुष की महत्ता समझाई गई। जिसमें उपस्थित लोगों को जनसामान्य जीवन में हृदय को  स्वस्थ बनाए रखने वाले योग,आयुर्वेद,लाइफस्टाइल ,आहार, एक्यूप्रेशर, प्राकृतिक चिकित्सा, घरेलू वनौषधि, के बारे में प्रैक्टिकल के साथ प्रदर्शन व जानकारी दी गई ।

ह्रदयघात और उच्च रक्तचाप के कारण:-
मोटापा, शराब, सिगरेट, अधिक नमक प्रयोग, वंशानुगत, ओवर वर्कलोड, तनाव, पोटेशियम की कमी, गलत खानपान, मधुमेह, निष्क्रिय जीवन शैली, बढ़ता उमर
 
घरेलू वनौषधि
किशमिश का प्रयोग करें, दालचीनी,अजवाइन पानी, उबली कद्दू की सब्जी, सेहत और लहसुन का प्रयोग, गुनगुना पानी शहद और नींबू का मिक्स प्रयोग

लाइफस्टाइल
उषापान नियमित करना,सुबह नियमित घूमने निकले,ज्यादा आलस्य नहीं करना,नियमित योगाभ्यास करना,संतुलित आहार का प्रयोग,बीच बीच में वजन जांचना, बीच बीच रक्तचाप जांच कराना,

डॉ. कश्यप ने अपने अनुभव में कहा..देखा गया है कि,ज्यादा वर्षो से तनाव, निष्क्रिय लाइफस्टाइल आराम की अवस्था में बैठने से शरीर में अतिरिक्त तनाव और वसा जमा होने लगता है ऐसे में शरीर को सुबह योग और सैर करा कर, बढ़ रहे ह्रदय की समस्याओं और वजन को संतुलित कर ह्रदय की हिफाजत की जा सकती है।

इनसे करें परहेज:
ऑफिस पॉलिटिक्स से बचे, फ्राइड फूड, अतिरिक्त नमक, शराब, सिगरेट , देर रात तक जागना

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