आम बागों में कैटरपिलर का हमला,30 हजार हेक्टेयर में फैले बागान प्रभावित
6 लाख टन उत्पादन खतरे में
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध दशहरी आम उत्पादक क्षेत्र मलिहाबाद में कैटरपिलर कीट का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। यह कीट लगभग 30 हजार हेक्टेयर में फैले आम के बागानों को नुकसान पहुंचा रहा है। कीट न केवल विकसित हो रहे आमों को नष्ट कर रहा है, बल्कि पेड़ों की पत्तियों को भी खा रहा है।
मलिहाबाद में हर साल लगभग 6 लाख मैट्रिक टन आम का उत्पादन होता है। कसमण्डी खुर्द गांव के बागवान मोहम्मद रऊफ के अनुसार, दशहरी आम की गुणवत्ता और स्वाद को बचाने के लिए तत्काल कीटनाशक का छिड़काव जरूरी है। भतुईया के जुबैर अहमद ने बताया कि कीट तैयार फसल को नष्ट कर रहे हैं।
राजकीय उद्यान प्रभारी डॉ. कृष्ण मोहन चौधरी के अनुसार, यह कीट आम के साथ-साथ अमरूद और अन्य फल वृक्षों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। कीट फलों को डंठल सहित काटकर गिरा देता है। नियंत्रण के लिए बाग में लाइट ट्रैप का उपयोग करने की सलाह दी गई है। रासायनिक नियंत्रण के लिए क्लोरोसाइपर एक मिली प्रति लीटर पानी या स्पिनेटोरम 0.3 मिली प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव की सिफारिश की गई है।
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