लाभार्थी सम्मेलन मंगलवार को, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण होंगी मुख्य अतिथि
बक्सर। छपरा के जयप्रकाश विश्वविद्यालय परिसर में मंगलवार को दोपहर 01 बजे से लाभार्थी सम्मेलन होगा। सम्मेलन में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मुख्य अतिथि है। साथ ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी बतौर विशिष्ट अतिथि भी शिरकत कर रहे हैं।
सारण सांसद राजीव प्रताप रुडी और महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के साथ ही अन्य सांसद व सेंट्रल बैंक, नाबार्ड और एसबीआई के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशकों के साथ ही बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े अन्य वरीय अधिकारी भी सारण के कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। लाभार्थी सम्मेलन में वित्त मंत्री द्वारा विभिन्न बैंकों के लाभार्थियों को 1083 करोड़ रुपया प्रदान किया जायेगा।
लाभार्थी सम्मेलन के संदर्भ में सांसद रुडी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी का मतलब है, 100 प्रतिशत काम पूरा होने का वादा। मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान कई हितकारी योजनाओं की शुरुआत की। जनता ने भी इन योजनाओं को सफल बनाकर राष्ट्रनिर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस लाभार्थी सम्मेलन में वित्त मंत्री आवास ऋण के 170 लाभार्थियों के बीच 41.76 करोड़, वाहन ऋण के 209 लाभार्थियों के बीच 38.98, शिक्षा ऋण के 36 लाभार्थियों के बीच 2.51, अन्य खुदरा ऋण के 6,565 लाभार्थियों के बीच 202.77 करोड़, मुद्रा के 922 लाभार्थियों के बीच 32.36, स्टैंड-अप इंडिया के 34 लाभार्थियों के बीच 2.28 करोड़, पीएमस्वनिधि के 751 लाभार्थियों के बीच 1.65 करोड़, पीएमईजीपी के 128 लाभार्थियों के बीच 11.91, अन्य एमएसएमई ऋण के 829 लाभार्थियों को 98.56, केसीसी (कॉर्पाेरेशन) के 1,746 लाभार्थियों को 17.38, केसीसी (एएचडी और मछली पालन) के 158 लाभार्थियों को 2.46, एसएचजी के 10,420 लाभार्थियों को 267.98, अन्य कृषि ऋण के 12,542 लाभार्थियों को 266.13 और अन्य ऋण के 3,994 लाभार्थियों को 95.85 करोड़ रुपया प्रदान करेंगी।
सांसद रुडी ने कहा कि राज्य के सबसे बड़े लाभार्थी सम्मेलन में वित्त मंत्री सीतारमण के द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं को चेक प्रदान किया जाएगा। एक मायने में यह सम्मेलन कीर्तिमान भी स्थापित करेगा और इतिहास रचेगा क्योंकि यह बिहार का सबसे बड़ा लाभार्थी सम्मेलन होने जा रहा है। सीतारमण का यह पहला बिहार दौरा है और पहली बार अपार संख्या में महिला लाभार्थी जुट रही हैं।
उन्होंने बताया कि नाबार्ड द्वारा बिहार के सारण सहित 18 जिलों में पशु संसाधन और प्रशिक्षण केंद्रों के निर्माण और 200 एम्बुलेटरी वैन और 08 पशु उठाने और ले जाने के लिए पशु संसाधन और प्रशिक्षण केंद्रों के निर्माण के लिए आरआईडीएफ के तहत बिहार सरकार के पशु और मत्स्य संसाधन विभाग को 253.9 करोड़ रुपये के अनुदान, जलवायु स्मार्ट हस्तक्षेप और जागरूकता के प्रदर्शन, किसानों की क्षमता निर्माण और विपणन के लिए 13.65 लाख रुपये के अनुदान और कढ़ाई/कपड़ा पेंटिंग और उसके विपणन के माध्यम से एसएचजी सदस्यों की आजीविका सृजन के लिए 8.04 लाख रुपये के अनुदान की मंजूरी भी प्राप्त है।
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