गोरखा जिला से गुरु गोरखनाथ मंदिर तक पद यात्रा
महराजगंज। भारत नेपाल के मैत्रीय संबंधों, अधिक प्रगाढ़ बनाने के लिए पुरजोर कोशिश की जा रही है। बाबा गोरखनाथ को प्रथम खिचड़ी की परंपरा के निर्वहन के क्रम में पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के गोरखा जिला से गुरु गोरखनाथ मंदिर तक पद यात्रा निकाली जाएगी। बाबा गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने को लेकर अन्तरराष्ट्रीय गौ माता सेवा महासंघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रामवीर सिंह मलिक द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में कहा कि भारत नेपाल संबंधों को मजबूत बनाने और दोनों देशों की प्राचीन सभ्यता, संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत को संजोने का प्रयास किया जा रहा है। इस उद्देश्य के साथ नेपाल के गोरखा जिला स्थित काली मंदिर से अन्तरराष्ट्रीय गौ माता सेवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दिनेश उपाध्याय के प्रेरणा व नेतृत्व में यह यात्रा निकाली जाएगी। आगामी 14 जनवरी मकरसंक्रांति पर गुरु गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर पहुंच कर बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढाएगी।
यात्रा में राष्ट्रीय महामंत्री लोकेन्द्र सिंह पोनिया, महासंघ के नेपाल संयोजक होम सिंह शास्त्री, सहसंयोजक कर्मयोगी गंगाराम पंत, गणेश गैरे, डॉ. सुभाष तिमिरे, इंद्र न्यौपाने, जयराम केसी, कृष्ण थापा, दीपक कुमार महाजन, घनश्याम भंडारी शामिल रहेंगे। रघुवंश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में काठमांडो नेपाल से गोरख टीम जाएगी।
नपा गोरखा के मेयर का गोरखपुर में हुआ भव्य स्वागत मकर संक्रांति पर नेपाल के कुल देवता गुरु गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए गोरखा जिले से पद यात्रा निकाली गई। गोरखपुर में बुधवार शाम को यात्रा पहुंची। नगर पालिका गोरखा नेपाल के नगर प्रमुख कृष्ण बहादुर राना के नेतृत्व में आए प्रतिनिधियों का महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने स्वागत किया। यात्रा अन्तरराष्ट्रीय गौ माता सेवा महासंघ द्वारा निकाली गई है।
साथ ही नगर पालिका गोरखा महापौर के साथ आये हुए डॉ. जयंत नाथ, होम सिंह शास्त्री, राधारमण तिवारी, संयोजक नेपाल भारत खिचड़ी गो-यात्रा कृष्ण प्रसाद सुवेदी, प्रमुख प्रशासकीय अधिवक्ता, गोरखा नगर पालिका विजय उपाध्याय, प्रशासकीय अधिकृत गोरखा नगर पालिका अनिष आर्याल, स्वकीय सचिव नगर प्रमुख रमेश दूबे आदि ने भी महापौर, नगर आयुक्त, मुख्य अभियन्ता को नेपाली टोपी पहनाकर, स्मृति चिन्ह भेंट अभिवादन किया गया। इस दौरान गुरु गोरखनाथ और नेपाल के पूर्व राज परिवार से संबंधों पर भी विस्तृत चर्चा हुई।हर साल बाबा गोरखनाथ के लिए नेपाल से आती है खिचड़ीनेपाल के कुल देवता के रूप में विख्यात नेपाली लोगों के आस्था के केन्द्र बाबा गुरु गोरखनाथ के लिए हर साल नेपाल राज घराने से खिचड़ी आती है। उल्लेखनीय है कि मकर संक्रांति पर पहली खिचड़ी गोरखनाथ मंदिर की ओर चढ़ाई जाती है। इसके बाद नेपाल के राजघराने से आई खिचड़ी चढ़ाई जाती है। ये परम्परा सदियों से चली आ रहीं है।
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