तीन दिवसीय आचार्य कार्यशाला प्रारंभ
सीतामढ़ी । गणपतराय सलारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल एवं पूरनमल सावित्री देवी बाजोरिया सरस्वती शिशु मंदिर नरगाकोठी में सोमवार को त्रिदिवसीय आचार्य कार्यशाला प्रारंभ हुआ।
कार्यशाला के प्रथम दिवस भागलपुर विभाग के प्रवासी कार्यकर्ता विनोद कुमार, विद्यालय के अध्यक्ष डॉ चंद्रभूषण सिंह, प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक एवं उप प्रधानाचार्य अशोक कुमार मिश्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर विनोद कुमार ने कहा कि हम सब शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। शिक्षा देव यात्रा है जो मस्तिष्क को खोलने और उसे एक दायरे तक बांधे रखता है।
नवीन सत्र 2024- 25 के स्वागत में मंगल कलश एवं मंगलदीप लेकर खड़े हैं। यह नवीन सत्र हम सबों के लिए सुखद, सहज, सफल और आरोग्य प्रदान करने वाला हो यही ईश्वर से प्रार्थना है। शिक्षा पूर्ण मानव क्षमता को प्राप्त करने हेतु एक न्याय संगत और न्याय पूर्ण समाज के विकास और राष्ट्रीय विकास को बढ़ावा देने के लिए मूलभूत आवश्यकता है। आज हम लोग नवीन सत्र के अभिनंदन के साथ-साथ सिंहावलोकन के चिंतन मंथन के लिए बैठे हैं। हमें विद्या भारती के केंद्रीय आधारभूत विषय शारीरिक, योग, संगीत, संस्कृति एवं नैतिक और आध्यात्मिक विकास के आधार पर बालकों का विकास करना है।
प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक ने कहा कि विद्यालय की कार्य योजना बनाना एक महती कार्य है। कार्य को करने के लिए हमें दिन-रात सोचना पड़ता है और सिमित संसाधनों को एकत्रित कर अपने ऊर्जा से एक नया माइलस्टोन बनाते हैं। आने वाले तीन दिनों में हम विद्यालय की शैक्षिक व्यवस्था कैसी हो, गैर शैक्षिक व्यवस्था कैसी हो, उपस्थित भौतिक संसाधनों का उपयोग कैसा है पर विचार करना है। विद्यालय की पूर्व की प्रतिष्ठा को एक नई ऊंचाई प्रदान करना है। अतिथि परिचय उप प्रधानाचार्य अशोक कुमार मिश्रा द्वारा एवं संचालन डॉक्टर संजीव झा द्वारा किया गया। आज का कार्यशाला कुल पांच सत्रों में संपन्न हुआ जिसमें सत्र 2023 -24 की समीक्षा, सबल निर्बल पक्ष पर विचार, आचार्य भारती का गठन, दिवसाधिकारी का निर्धारण, सत्र 2024 -25 के विषयों की चर्चा विस्तृत रूप से की गई। इस अवसर पर विनोद पांडे, मनोज तिवारी, अभिजीत आचार्य, शेखर झा, दीपक झा, अभिमन्यु कुमार, अजय कुमार, पुष्कर झा, शशि भूषण मिश्र एवं समस्त आचार्य उपस्थित थे।
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