ठण्ड का बढ़ता कहर आम जनता के साथ व्यापार में भी पहुंचा रहा नुकसान
कानपुर देहात । लगातार गिरता पारा सर्दी के कहर को लगातार बढ़ा रहा है, जो दिल के मरीजों के लिए भारी पड़ता नजर आ रहा है। रात और सुबह का तापमान गिरने के कारण लोगों का दिल धोखा दे रहा है। कानपुर देहात के जिला अस्पताल में दिल के मरीजों और ठण्ड के कारण बीमार पड़ने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं मौसम विभाग ने अभी सर्दी के कम होने की कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। लगातार बढ़ती ठण्ड से व्यापार में भी काफी नुकसान हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में फिलाहल भीषण ठंड से राहत नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग ने मंगलवार को चार शहरों में सीवियर कोल्ड-डे और 18 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा 19 जिलों में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट भी दिया है। मौसम विभाग ने सलाह दी है कि जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें। वहीं कई नहरों और नदियों से घिरा कानपुर देहात जनपद, जो लगभग खुला बसा है वहां भी ठण्ड का प्रकोप कुछ इस कदर है जिससे घरों से लोगों ने निकलने से कतरा रहे हैं। ठण्ड के इस कहर से जहाँ मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। इनमें दिल के मरीजों को खास परेशानी हो रही है। ऐसे मरीजों से डॉक्टरों सावधानी बरतने के साथ-साथ घरों से कम ही निकलने की सलाह दी जा रही है। वहीं सितम ढा रही सर्दी ने व्यापार पर भी असर दिख रहा है। शीतलहर के चलते घरों के अंदर और शहर के चौक-चौराहों पर अलावों की संख्या भी बढ़ गई हैं। जनपद का प्रशासनिक अमला भी इस बढ़ते ठण्ड के कहर में लोगों को मदद करता नजर आ रहा है।
किसानों के लिये आफत
बढ़ती ठण्ड किसानों के लिये भी समस्या बनी हुई है। खेतों में आलू और गेहूं की फसल है। हालांकि ठण्ड इन फसलों को अधिक नुकसान नहीं पहुँचाती है पर खेतों में अपनी फसल की सुरक्षा करने वाले किसानों को रात में खेतों में रुकने में समस्या हो रही है।
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‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है।
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