LUCKNOW : अवध क्षेत्र में अवधी लोकनृत्य गीत की बहार

LUCKNOW : अवध क्षेत्र में अवधी लोकनृत्य गीत की बहार

लखनऊ । दीपांजलि संस्था के द्वारा पांच मई को अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के ऑडिटोरियम में अवधी लोकगीत और लोकनृत्य का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के जिला महासचिव रामलाल वर्मा को मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के रूप में मोहनलाल गंज के ब्लाक प्रमुख ओम प्रकाश शुक्ला सहित विनीता तिवारी एवं चक्रवीर सिंह को आमंत्रित किया गया था।

इस कार्यक्रम की मनमोहन शुरुआत रिंकी सिंह और किरन के द्वारा पेश देवी गीत “तोहरी शरण हम अवनि हैं जगदम्बे मइया” के साथ हुई। इस क्रम में सोहर गीत के बाद मेला गीत “बैल गाडी मा हमका बिठाय के पिया मेलवा घुमाय दा” सुनाया गया। विवाह गीत, चैती, खेमटा, नकट, चौमासा के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए कलाकारों ने “मोरे राजा छतरिया छवावो की रस के बूंद पड़ी” पेश किया। इसमें ग्रामीण अंचल की झलक नृत्य के माध्यम से प्रभावी रूप में दर्शायी गई। किसानी गीत “खेत मा झूमे गेहुँवा के डाली जइसे लागे, सोनवा के बाली, सासू पनिया कैसे जाऊँ रसीने दोऊ नैना” पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया गया।

कजरी “कइसे खेलन जइबू सावन में कजरिया, बदरिया घिर आई ननदी” ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में योगिता, श्रीयांशी, कंचन, अंजू, मानसी, अश्वनी, शैलेन्द्र शर्मा ने सुंदर नृत्य संयोजन पेश किये। प्रियंका सिंह ने ढोलक, महेश पाल ने की-बोर्ड, अनादि खरे ने हा हारमोनियम और शैलेन्द्र सिंह अनिल ने साइड रिदम पर संगीत दी।

इसके साथ ही विनीता और नीलम पाण्डेय ने भी गायन में अपने स्वर दिये। कार्यक्रम का निर्देशन मोहित कपूर के द्वारा किया गया था। कार्यक्रम के समापन की घोषणा एवं आभार ज्ञापन संस्था की अध्यक्ष मंगेश लता द्वारा किया गया।

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