महिला के साथ लूट कर पैजामी से गला घोंट की गयी थी हत्या
बुधवार को अयोध्या की महिला का मलिहाबाद में मिला था शव
मलिहाबाद, लखनऊ। दुष्कर्म कर लूट कर महिला की गला घोंटकर हत्या करने वाले मुख्य आरोपी के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस कमिश्नर ने मुख्य आरोपी पर एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। पुलिस पकड़ से अभी मुख्य आरोपी बहुत दूर है।
बुधवार तड़के करीब 4 बजे मलिहाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम वाजिदनगर स्थित साधन सहकारी समिति के पीछे एक आम के बाग में 30 वर्षीय महिला मरणासन्न हालत में पड़ी मिली थी। पुलिस ने उसे आनन फानन केजीएमयू में ले गये थे जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। महिला के भाई ने बताया था कि उसकी बहन आलमबाग बस स्टेशन पर रात डेढ़ बजे उतर उसके घर चिनहट आने के लिये आटो रिक्शा पकड़ आ रही थी। मृतका महिला के भाई ने आरोप लगाया था उसकी बहन लगातार उसके कांटेक्ट में थी। ढाई बजे जब जब उसकी लोकेशन मलिहाबाद क्षेत्र में दिखाने लगी थी तो उसने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। जिसके बाद आलमबाग व मलिहाबाद पुलिस सर्च आपरेशन में जुट गयी थी।
मुख्य आरोपी फरार, भाई गिरफ्तार, आटो व कागज बरामद
मलिहाबाद पुलिस ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी दुबग्गा थाना क्षेत्र के एस-2/436 बसंत कुंज योजना कालोनी निवासी अजय के भाई दिनेश कुमार (35) को संन्यासी बाग के पास से गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आटो रिक्शा यूपी 32 वाईएन 6787 व महिला के कागज बरामद कर लिये है। जबकि पुलिस के पकड़ से घटना का मुख्य आरोपी अजय पुलिस पकड़ से अभी दूर है। जिसके ऊपर पुलिस कमिश्नर ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। लोग यह भी कयास लगा रहे हैं कि ऐसी विभत्स घटना को अंजाम देने वाले एक लाख के इनामिया मुख्य आरोपी अजय का पुलिस एनकाउंटर भी कर सकती है।
दुष्कर्म व लूट की धारा की हुयी बढ़ोत्तरी
पुलिस गिरिफ्त में आये दिनेश कुमार के बयान पर पुलिस दुष्कर्म सहित लूट की घटना की बढ़ोत्तरी की है। पुलिस पकड़ में आये आरोपी दिनेश ने बताया कि दुष्कर्म में असफल होने पर महिला की पैजामी से ही उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी थी। महिला के गहने व फोन गायब होने से लूट की धारा भी बढ़ाई गयी है। जबकि इंस्पेक्टर बैजनाथ ने बताया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुयी है।
नौ वर्षों में ही मुख्य आरोपी बन गया है शातिर अपराधी
एक लाख रुपये के फरार इनामी मुख्य आरोपी अजय पर विभिन्न थानों में 23 मुकदमे दर्ज हैं। अजय पर विभिन्न थानों में चोरी सहित कई अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज है। मुख्य आरोपी अजय पर सबसे पहला मुकदमा वर्ष 2015 में थाना ठाकुरगंज में धोखाधड़ी सहित आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा लिखा गया था। जेल भेजे गये इसके भाई दिनेश पर भी 9 मुकदमे दर्ज है। जिसमें चोरी, दुष्कर्म के मुकदमे शामिल हैं।
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