स्वास्थ्य कर्मियों को रेटिनोब्लास्टोमा के बारे में जागरूक किया
लखनऊ। रेटिनोब्लास्टोमा जागरूकता सप्ताह के अवसर पर कैनकिड्स ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश और किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के साथ मिलकर मंगलवार को एक वेबिनार का आयोजन किया। इस वेबिनार का उद्देश्य डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को रेटिनोब्लास्टोमा के बारे में जागरूक करना था। इसमें बच्चों में सबसे आम आंखों का कैंसर है। डॉ. योगिता भाटिया स्टेट कोऑर्डिनेटर,कैनकिड्स उत्तर प्रदेश ने इस कार्यक्रम का संचालन किया। 770 से अधिक लोग इस वेबिनार में शामिल हुए,जिनमें डॉक्टर,नेत्र विशेषज्ञ,आरबीएसके टीमें और स्वास्थ्य अधिकारी शामिल थे।
डॉ. नीलिमा ठाकुर, हैड मेडिकल, और डॉ. रेशमा, डीजीएम, आरबीएसके, एनएचएम और अन्य अधिकारियों ने कहा कि रेटिनोब्लास्टोमा का जल्दी पता लगाना और सही समय पर अस्पताल भेजना बहुत जरूरी है। डॉ. संजीव कुमार गुप्ता (नेत्र रोग विभाग के प्रोफेसर) और डॉ. निशांत वर्मा (बाल रोग विभाग के प्रोफेसर), दोनों केजीएमयू ने सफेद आंख (ल्यूकोरिया) जैसे लक्षण और आरबी के इलाज के बारे में जानकारी दी। उन्होंने असली केस भी बताए। उन्होने कहा यह बीमारी बच्चे को ज्यादातर दो से पांच साल के बीच में होती है। जिसमें ज्यादातर अनुवांशिक व प्राकृतिक तौर पर होती है। जोकि समय से इलाज किया जाए तो जान बचाई जा सकती है।
डॉ. हरीश गुप्ता, प्रोजेक्ट के प्रमुख, ने बताया कि संस्था परिवारों की मदद करता है और अस्पतालों व सरकार के साथ काम करता है। वेबिनार का समापन सोनल शर्मा ने संस्था का धन्यवाद करते हुए कहा, “आंख बचाओ, जीवन बचाओ।” सभी ने बच्चों के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया।
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