बजट में कर्मचारियों का नहीं रखा ख्याल -सुनील यादव

कैशलेस चिकित्सा को धन आवंटन का किया स्वागत

बजट में कर्मचारियों का नहीं रखा ख्याल -सुनील यादव

  • बजट पर प्रतिक्रिया..
लखनऊ। प्रदेश सरकार के वित्तमंत्री सुरेश खन्ना द्वारा जारी बजट पर प्रतिक्रियाएं शुरू हो गयी है। सोमवार को फार्मासिस्ट फेडरेशन अध्यक्ष सुनील यादव ने जारी बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट भाषण में निश्चित ही प्रदेश में जनहित की अनेक योजनाओं का समावेश किया है,फिर भी कर्मचारियों को अकेला ही छोड़ दिया गया है।
 
उन्होंने कहा कि 36 पेज के बजट भाषण में अनेक योजनाओं, समूहों को लाभ दिया गया  और प्रदेश के कर्मचारियों को कोई योजनाओं का लाभ नहीं दिया गया है। फेडरेशन अध्यक्ष ने कहा कि आज प्रदेश में स्थाई कर्मचारियों से अधिक संख्या ठेकेदारी और संविदा कर्मियों की होती जा रही है, सरकार को कर्मचारियों के लिए कल्याणकारी योजना लानी चाहिए । जिसमें समयबद्ध स्थाई करण, स्थाई नौकरियों में वरीयता में शामिल किया जाना चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि फार्मा सेक्टर को तरजीह नहीं दी गई जो चिंतनीय है। वास्तव में प्रदेश में अपार संभावनाएं हैं, जहां स्थाई रोजगार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए । कैशलेश चिकित्सा के लिए सरकार ने धन आवंटित किया जो स्वागत योग्य है । राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने प्रदेश सरकार के बजट में पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा न किए जाने सहित कर्मचारी हितों को नजरअंदाज किए जाने का आरोप लगाते हुए बजट को कर्मचारी हितों के प्रतिकूल बताया है। वहीं परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा, प्रमुख उपाध्यक्ष सुनील यादव, फेडरेशन के महामंत्री अशोक कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि कर्मचारियों की मांग थी कि पुरानी पेंशन बहाल की जाए लेकिन बजट में कोई घोषणा नहीं की गई। इसलिए कर्मचारियों के लिए यह बजट आशाओं पर पानी फेर दिया गया है। 
Tags: lucknow

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां