वर्तमान समय में साइबर क्राइम पुलिस के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती: डीजीपी
पुलिस सेवा जनता के विभिन्न वर्गो की सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम
- पुलिस महानिदेशक की प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों के साथ भेंटवार्ता
- भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति रखना ही सफलता का मूल मन्त्र
- महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम एवं गम्भीर अपराधों में हो त्वरित कार्रवाई
लखनऊ। पुलिस महानिदेशक प्रशान्त कुमार से बुधवार को पुलिस मुख्यालय में भारतीय पुलिस सेवा के 45वें इण्डक्शन प्रशिक्षण कोर्स के 20 प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों द्वारा शिष्टाचार भेंट की गयी। उक्त 45वें आईपीएस इण्डक्शन प्रशिक्षण कोर्स के 20 प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों द्वारा मुख्यालय भेंटवार्ता भ्रमण व प्रशिक्षण के लिए आगमन किये हैं। प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों द्वारा पुलिस मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेन्टर का भ्रमण किया गया, जिस दौरान सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर 24ग7 मॉनीटरिंग किये जाने तथा सोशल मीडिया सेन्टर की कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया तथा पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों मार्गदर्शन किया गया।
डीजीपी ने कहा कि भारतीय पुलिस सेवा जनता के विभिन्न वर्गो की सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम है। आपको जनता के लिए आसानी से सुलभ होना चाहिए। आपको स्वच्छ इरादे के साथ काम करना चाहिए। महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम एवं गम्भीर अपराधों में त्वरित कार्रवाई तथा न्यायालय में प्रभावी पैरवी कर दोषियों को सजा दिलाना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
अपराधियों को चिन्हित कर न्यायालय में प्रभावी पैरवी कराकर दोषियों को कम से कम समय में अधिक से अधिक सजा दिलाने से अपराध की रोकथाम के साथ-साथ अपराधियों में भय का वातावरण व्याप्त होता है। अपराध एवं अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाये रखने के लिए प्रोफेशनल एवं साइंटफिक तरीके से कार्य योजना के तहत प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। अभियोगों की विवेचना के दौरान घटनास्थल का निरीक्षण एवं घटनास्थल से वैज्ञानिक साक्ष्यों का संकलन, वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी आदि का गुणवत्ता पूर्वक समयबद्ध निस्तारण प्राथमिकता पर किया जाना चाहिये।
कम्युनिटी पुलिसिंग पर बल देते हुये कहा कि पुलिस अधिकारी का विशेष गुण आम जनता से सीधा सम्पर्क एवं संवाद रखना है। वर्तमान समय में साइबर क्राइम पुलिस के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती है, इसकी रोकथाम हेतु पुलिस को तकनीकी रूप से और अधिक सक्षम बनाने की आवश्यकता है। पुलिस की सेवा में नैतिकता, ईमानदारी, सत्यनिष्ठा एवं भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति रखना ही सफलता का मूल मन्त्र है। पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों के जिज्ञासा भरे प्रश्नों का उत्तर देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गयी।इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिदेशक के जीएसओ, सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
डीजीपी से मिले रिटायर्ड प्रांतीय पुलिस सेवा संवर्ग के पदाधिकारी
डीजीपी प्रशान्त कुमार से पुलिस मुख्यालय गोमतीनगर विस्तार में रिटायर्ड प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग के पदाधिकारियों द्वारा औपचारिक भेंट की गयी तथा पुलिस महानिदेशक को शुभकामनाएं दी गयी। पदाधिकारियों द्वारा भेंट के दौरान पेन्शनर्स के कल्याण एवं समस्याओं के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए उनके निराकरण हेतु अनुरोध किया गया, जिनके अनुश्रवण किये जाने का आश्वासन दिया गया। इस अवसर पर रिटायर्ड प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग के महासचिव श्यामपाल सिंह सहित अन्य रिटायर्ड पीपीएस अधिकारी उपस्थित रहे।
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