सासनी ब्रह्माकुमारीज का वार्शिकोत्सव आयोजन 

केवल चर्चा न करें जीवन को सनातनी बनायें .......

सासनी ब्रह्माकुमारीज का वार्शिकोत्सव आयोजन 

हाथरस । उत्तर प्रदेष के आनन्दपुरी कालोनी केन्द्र संचालिका बी0के0 षान्ता बहिन के सानिध्य में   षान्ति भवन, आनन्दपुरी कालोनी सेवाकेन्द्र द्वारा सासनी में गदाखेड़ा रोड पर स्थित संगम भवन पर अक्षत नवमी के अवसर पर वार्शिकोत्सव का आयोजन किया गया।
भारतीय सांस्कृतिक परम्पराओं सनातन आदि पर बहस और भाशणों का दौर चल रहा है। लेकिन ऐसी संस्कृति जो अक्षत है जो निरन्तर कायम है, ऐसी संस्कृति जो सभी को एकता, प्रेम, षान्ति का संदेष पहुँचाने वाली है। ऐसी सनातन संस्कृति की मात्र चर्चा या भाशणों से कनरस तो मिलता है लेकिन उस सनातन संस्कृति को अक्षुण अक्षत रखने के लिए जो जीवनचर्या और जीवन पद्धति है वह जब तक जीवन का अंग नहीं बनेंगी समाज की हर कौम में षान्ति, प्रेम, एकता, सद्भाव, समरसता नहीं रह सकती। सनातन संस्कृति की दिनचर्या ही ब्रह्ममहूर्त से आरम्भ होती है। षादी ब्याह, मकान, दुकान, नौकरी, व्यापार के लिए तो महूर्त निकालते हैं लेकिन रोजाना जो सनातन संस्कृति का अंग ब्रह्ममहूर्त में जागना सबसे पहले यह आवष्यक है। न केवल जागना बल्कि उस ब्रह्ममहूर्त में परमपिता परमात्मा की मधुर स्मृति और सर्वे भवन्तु सुखिनः की भावनाओं का मन द्वारा संचार करने से जीवनचर्या का षुभारम्भ होना ही सनातन के प्रथम अंग की रक्षा करना है। यह विचार रामपुर उपसेवाकेन्द्र संचालिका बी0के0 मीना बहिन ने उपस्थित शृद्धालुओं के मध्य व्यक्त किये। 
इससे पूर्व कार्यक्रम का षुभारम्भ दीप प्रज्जवलित कर आनन्दपुरी केन्द्र संचालिका बी0के0 षान्ता बहिन, बी0के0 मीना बहिन, सासनी ब्रह्माकुमारीज संचालिका बी0के0 करूणा बहिन, पूर्व एस0डी0ओ0 फोन्स बी0के0 पंचम सिंह आदि ने किया। बालिका गुंजन ने षिवरत्न धन पायो पर भावनृत्य प्रस्तुत किया। 
बी0के0 षान्ता बहिन ने कहा कि यह नषा कायम रहे कि हम भगवान के बच्चे हैं, भगवान हमें पढाते हैं, वे हमें ज्ञानरत्नों से शृंगारते हैं तो खुषी जीवन में लाने के लिए अन्य नषे नहीं करने पडें़गे। सर्वश्रेश्ठ नषा नारायणी नषा है। बी0के0 करूणा बहिन ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जीवन में आये अच्छे और खराब दिन सब हमारी सोच पर आधारित हैं, कभी यह न सोचो कि खराब दिन हैं लेकिन जीवन तो अच्छा है। 
इस अवसर पर इगलास से बी0के0 विमल बहिन, बी0के0 मोनिका बहिन, मडराक से बी0के0 नीतू बहिन, डॉ0 सुरेष अग्रवाल, डॉ0 बनवारी लाल, पंचम सिंह, विनोद अग्रवाल, वेदवती, कस्तूरी, पूजा, सरोज, ओमवती, विमलेष, ओमप्रकाष, ऊशा, मानिकचन्द्र, भीमसैन, मनोज कुमार सहित नजदीकी गीतापाठषालाओं की माताये बहिनें और भाई उपस्थित थे।    

PHOTO (2)

Tags:

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां

Latest News

सड़क हादसे में महिला की मौत, एक घायल सड़क हादसे में महिला की मौत, एक घायल
दुमका। जिला के साहेबगंज-गोविंदपुर स्टेट हाइवे के मसलिया थाना क्षेत्र के लहरजोरिया पुल के समीप गुरुवार को सड़क दुर्घटना में...
छिनतई की योजना बना रहे दो आरोपित हथियार के साथ गिरफ्तार
सराफा व्यवसायी सगे भाईयों ने ट्रेन के आगे आकर कर ली खुदकुशी
आग की चपेट में आने से तीन मासूम बच्चियों की मौत
अज्ञात वाहन की चपेट में आकर मजदूर की मौत,मुआवजे को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का उद्यमी उठाये लाभ-जिला उद्यान अधिकारी
नागलबंदर में अवैध निर्माण पर टीएमसी कार्यवाही