बिजली कर्मियों का 'वर्क टू रूल' आंदोलन शुरू

ग्रांट थॉर्टन का नियुक्ति आदेश रद्द किया जाय

 बिजली कर्मियों का 'वर्क टू रूल' आंदोलन शुरू

लखनऊ। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में बुधवार से बिजली कर्मियों ने नियमानुसार कार्य आंदोलन (वर्क टू रूल) प्रारम्भ कर दिया। बिजली कर्मचारियों ने प्रदेश के समस्त जनपदों और परियोजनाओं पर शाम 5:00 बजे विरोध सभा की।

समिति ने पुनः कहा है कि अवैध ढंग से नियुक्त किए गए ट्रांजैक्शन कंसलटेंट ग्रांट थॉर्टन की नियुक्ति का आदेश तत्काल निरस्त किया जाए। आंदोलन के कारण बिजली कर्मचारियों पर की गई समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां वापस कराने के मुद्दे पर कल पॉवर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक के साथ संघर्ष समिति की वार्ता है।

समिति ने कहा कि निजीकरण के मुद्दे पर वार्ता का समुचित वातावरण बनाने के लिए समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां वापस ली जाए। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में आज से प्रदेश के समस्त ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारियों, संविदा कर्मियों और अभियंताओं ने नियमानुसार कार्य आंदोलन (वर्क टू रूल)  प्रारंभ कर दिया है। वर्क टू रूल आन्दोलन के तहत बिजली कर्मियों ने बुधवार सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक ही कार्य किया।

समिति ने कहा कि निजीकरण के लिए नियुक्त किए गए ट्रांजैक्शन कंसलटेंट ग्रांट थॉर्टन का झूठा शपथ पत्र,अमेरिका में लगाई गई पेनाल्टी और फर्जीवाड़ा सामने आने के बावजूद उसके नियुक्ति आदेश को रद्द करने की फाइल विगत एक माह से पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन दबाए हुए हैं। 

संघर्ष समिति ने कहा कि ऐसा लगता है कि पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन, कंसल्टेंट ग्रांट थॉर्टन और निजी घरानों के बीच कोई मिली भगत है। संघर्ष समिति ने कहा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के पीछे भारी भ्रष्टाचार और घोटाला हो रहा है।

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां