48 घंटे में नक्सलियों ने पांच लोगों को उतारा मौत के घाट
शिक्षादूत एवं रसोइये अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के उसूर थानाक्षेत्र में बीते 48 घंटे में नक्सलियाें ने एक शिक्षादूत एवं पामेड़ थानाक्षेत्र में चार लाेग सहित कुल पांच लोगों की निर्मम हत्या कर दी। इस घटना से शिक्षक, शिक्षादूत और रसोइये अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। नक्सली अब तक कांग्रेस कार्यकर्ता एवं सोसायटी संचालक, शिक्षादूत, रसोईया एवं दाे ग्रामीण की हत्या कर चुके हैं। नक्सल प्रभावित अंदरूनी इलाके से घटना की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम माैके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रही है। घटना की पुष्टि एसपी बीजापुर जितेंद्र यादव ने की है। बीजापुर के कांग्रेस विधायक विक्रम शाह मण्डावी बुधवार काे ग्राम कंचाल पहुंचे और शोक संतप्त परिवारों को ढांढस बंधाया तथा हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। इस दौरान विधायक विक्रम ने नक्सलियों द्वारा की गई हत्याओं की कड़ी निंदा करते हुए मृतकों को श्रद्धाजंलि अर्पित की। उन्होंने सरकार एवं नक्सलियों से सवाल करते हुए कहा कि आखिर कब तक निर्दोष आदिवासियों की हत्या होती रहेगी।
बीजापुर जिले में नक्सलियों ने मीनागट्टा स्कूल में कार्यरत शिक्षादूत मुचाकी अशोक की हत्या कर दी। शिक्षादूत मुचाकी रविवार को अप्रवेशी बच्चों का सर्वे करने गांव में पहुंचे थे तथा घर-घर सर्वे कर रहे थे ताकि शिक्षा से दूर ऐसे बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। इसी दाैरान नक्सलियाें ने उसकी हत्या कर दी। नक्सलियों ने उसी दिन रसोईया मड़कम्म हड़मा एवं दो अन्य ग्रामीण मुचाकी रामा एवं कट्टम कोसा को मौत के घाट उतारा। इस घटना से सहमे शिक्षक, शिक्षादूत एवं रसाेइयाें ने विधायक से मुलाकात कर अपनी सुरक्षा काे लेकर चिंता जाहिर की।
शिक्षा और मध्यान्ह भोजन योजना से जुड़े कर्मचारियों की हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत है। ग्रामीण इलाकों में कार्यरत शिक्षक, शिक्षादूत और रसोइये अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। नक्सलियों की धमकी के चलते परिजन डरे हुए हैं और पुलिस के पास जाने से कतरा रहे हैं। यह घटना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है। बीते 48 घंटे में नक्सलियाें द्वारा पांच हत्या की वारदात के बाद सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीमें इलाके में सर्च ऑपरेशन कर रही हैं।
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