हिसार : छात्र आंदोलन के मामले में अपने चहेतों को बचाने का प्रयास कर रहा एचएयू प्रशासन : वजीर पूनिया
मारपीट करने वाले जितने दोषी उतने ही दोषी कुलपति, रजिस्ट्रार, ओएसडी व कुलपति के सचिवसमय रहते विद्यार्थियों की बात सुनी जाती तो नहीं आती मारपीट की नौबत
हिसार। वरिष्ठ कांग्रेस नेता वजीर सिंह पूनिया ने एचएयू प्रशासन पर अपने चहेतों को बचाने व विद्यार्थियों की मांगों के प्रति गंभीरता न दिखाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भयंकर गर्मी व बरसात में आंदोलनकारी छात्र अभी भी विश्वविद्यालय के गेट पर धरने पर बैठे हैं लेकिन कुलपति व उनके चहेतों के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है।
वजीर सिंह पूनिया ने साेमवार काे कहा कि लगभग 20 दिनों के बाद भी छात्र आंदोलन का समाधान न होना निंदनीय है। इससे पता चलता है कि हरियाणा सरकार छात्र आंदोलन के प्रति संवेदनहीन हो चुकी है। उन्होंने कहा कि छात्र आंदोलन व इसकी गहराई में जाने से पता चलता है कि स्टाइफंड बंद करने व एलडीवी सीटें घटनाने के खिलाफ छात्रों के आंदोलन की शुरूआत केवल 10 जून को ही नहीं हुई, जिस दिन मारपीट हुई बल्कि यह कई दिन पहले से चल रही है। छात्र बार-बार कुलपति कार्यालय, उनके ओएसडी व एसवीसी के पास चक्कर लगा रहे थे, लेकिन किसी ने उनकी बात सुनना भी उचित नहीं समझा। उन्होंने कहा कि 10 जून को भी जब दिन में विवाद हुआ तो उस समय कुलपति के ओएसडी व उनके सचिव अपने कार्यालय से बाहर निकलकर विद्यार्थियों की आवाज सुनने की उनके पास फुर्सत नहीं थी।
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