आंवला नवमी पर्व पर महिलाओं ने समूह में की पूजा

आंवला नवमी पर्व पर महिलाओं ने समूह में की पूजा

धमतरी।संतान सुख प्राप्ति और पारिवारिक खुशहाली को लेकर आंवला नवमी (अक्षय नवमी) का पर्व शहर व अंचल में मंगलवार 21 नवंबर को उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गांव और शहर में स्थित आंवला पेड़ के नीचे बच्चों और महिलाओं ने समूह में बैठ कर पूजा-अर्चना कर खुशहाली की कामना की। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को आंवला नवमी (अक्षय नवमी ) का पर्व मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं आंवला के पेड़ के नीचे बैठकर संतान प्राप्ति और उनकी सलामती के लिए पूजा करती हैं। इस दिन आंवला के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करने की परंपरा है। संतान सुख प्राप्ति और पारिवारिक खुशहाली को लेकर यह पर्व मनाया जाता है। गांव और शहर में स्थित आंवला पेड़ के नीचे बच्चों और महिलाओं ने समूह में बैठ कर पूजा-अर्चना कर खुशहाली की कामना की।

पर्व को लेकर बच्चों, युवतियों और महिलाओं में उत्साह देखा गया। शहर व गांव में आंवला पेड़ के नीचे पूजा पाठ कर भोजन करने के लिए बच्चों और महिलाओं की भीड़ लगी रही। सुबह से लेकर शाम तक यह क्रम चलता रहा। बकायदा आंवला पेड़ के आसपास इन्होंने भोजन बनाया और समूह में बैठकर भोजन किया। इसके पूर्व आंवला पेड़ की फूल, अक्षत से विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना की गई। पश्चात मौली धागा से आठ बार परिक्रमा करते हुए मौली धागा लपेटा गया। अंत में सभी को प्रसादी का वितरण हुआ। इस अवसर पर अंजु तिवारी, आशा शर्मा, मेघा पवार, प्रिया गुप्ता, अनूप शर्मा, कोमल शर्मा, बबली सोनी, प्रेमलता चौबे, यशोदा यादव, आरती शर्मा, निर्मला साहू, अंकिता शर्मा, चंद्रकला पटेल, गीता साहू, सरोज सोनी, बबली सोनी, पुष्पा सोनी सहित अन्य उपस्थित थे। इसी तरह से मंडी परिसर के पास स्वर्णकार समाज की महिलाओं ने भी समूह में पूजा अर्चना की।

आंवला नवमी का है विशेष महत्व
पंडित राजकुमार तिवारी ने बताया कि आंवला नवमी के दिन आंवला के वृक्ष के नीचे भोजन बनाने और भोजन करने का विशेष महत्व है। आंवला नवमी को ही भगवान विष्णु ने कुष्माण्डक दैत्य को मारा था। इस दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने कंस वध से पहले तीन वन की परिक्रमा की थी। आज भी लोग अक्षय नवमी पर मथुरा-वृंदावन की परिक्रमा करते हैं। संतान प्राप्ति के लिए इस नवमी पर पूजा अर्चना का विशेष महत्व है। इस व्रत में भगवान श्री हरि का स्मरण करते हुए रात्रि जागरण भी किया जाता है।

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