गर्मी की बीमारियों में कारगर है होम्योपैथिक उपचार- डा. वर्मा
बस्ती - जिला चिकित्सालय के आयुष चिकित्साधिकारी डा. वी.के. वर्मा ने गर्मी के मौसम में लोगों को बचाव की जानकारी दी। डा. वर्मा ने बताया कि गर्मी के मौसम में भूख गायब हो जाती है और दिन भर कुछ लोगोें को बस प्यास ही सताती है। गर्मी में पेट और पाचन से जुड़ी समस्याएं सबसे ज्यादा होती है. जरा सी लापरवाही से उल्टी-दस्त की समस्या होने लगती है. इसीलिए आपको गर्मी में दिनचर्या और खाने पीने का बहुत ख्याल रखना चाहिए।खुली जगह में विश्राम न करें, सिर पर सफेद गीले कपड़े की पूरे सिर की पगड़ी , रूमाल बांधकर रहे सूखने पर गीला रखे पूरे शरीर पर सफेद , हल्के रंग के कपड़े पूरी बोह तक के ढीले वस्त्र पहने आँखों पर धूप का चश्मा , छतरी हैट का प्रयोग करें । पानी का सेवन अधिक से अधिक करें (5 लीटर से 8 लीटर) प्रति दिन शुद्ध पेयजल (जमीनी जल) छाछ , पना , जलजीरा, नीबू नमक, पानी आदि का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें । यात्रा करते समय पर्याप्त मात्रा में पानी रखें । शराब चाय, काफी, एवं साफ्ट ड्रिंक्स का उपयोग न करें , मांसाहारी खाना न खाये, हल्का फुल्का भोजन करें । अगर कुछ असुविधा महसूस करे तो तुरन्त डाक्टर से सलाह लें ।
डा. वर्मा ने बताया कि होम्योपैथिक उपचार तेजी से दर्द, गति उपचार, और संक्रमण को रोकने के लिए काम करते हैं. इसके अलावा होम्योपैथिक उपचार सुरक्षित, और साइड इफेक्ट्स के बिना हैं। बेलाडोना, एकोनाइट, ग्लोनायन,, कैंथरिस , फेरम फॉस, कैलेंडुला, अर्नीका आदि होम्योपैथिक दवायें गर्मी के दिनों में कारगर है। मरीजों को चिकित्सक से परामर्श लेकर ही इसका प्रयोग करना चाहिये।
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