दोषियों के लिए फांसी के साथ डाक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने की मांग रखी
डाक्टरों ने पैदल मार्च निकालकर किया विरोध प्रदर्शन
शाहाबाद ,हरदोई। नगर के समस्त चिकित्सको ने मो0 चौक स्थित आरोग्यमेव क्लिनिक पर एकत्रित होकर सामूहिक विरोध प्रदर्शन किया और यहां से मुख्यमार्ग घंटाघर,बड़ी बाजार तिराहा से बस स्टैंड होते हुए बडी फील्ड तक पैदल मार्च किया।डॉक्टर्स पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुए ट्रेनी महिला चिकित्सक की रेप के बाद हत्या के विरोध में मार्च निकाल रहे थे।सभी हाथों में बैनर व तख्तियां थी जिन पर "शौक नहीं मज़बूरी है डॉक्टरों की सुरक्षा ज़रूरी है" "जस्टिस फ़ॉर कोलकाता"आदि लिखा था।विरोध के कारण सभी की ओपीडी भी बंद रहीं।सभी चिकित्सकों ने बड़ी फील्ड में श्रद्धांजलि सभा की।डॉ मुरारीलाल गुप्ता ने कहा कि इस घटना से पूरा देश मर्माहत है,यदि आज चिकित्सक ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो वह मरीजों के प्राणों की रक्षा कैसे करेंगे।इस प्रकरण पर राजनीति नहीं न्याय होना चाहिए।डॉ शारिक परवेज़ खान ने कहा कि ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिये कड़े कानून बनें,साथ ही उत्तरप्रदेश सरकार चिकित्सको को सुरक्षा का विश्वास दिलाये।डा0 अमित पाठक डाक्टर को जीवन दाता कहा जाता है और जब उनका ही जीवन खतरे में होगा तो वे मरीजों को कैसे सेवा दे पाएंगे।ऐसे में डाक्टरों की सुरक्षा हेतु केंद्रीय कानून के निर्माण की सख्त आवश्यकता है और देश की बेटी को न्याय के साथ दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।पैदल मार्च व श्रद्धाजंलि सभा मे डॉ एम एल गुप्ता, डॉ एस पी खान,डॉ अमित कुमार पाठक,डॉ शाहिद अली,डॉ नितिन त्रिपाठी,डॉ श्यामजी गुप्ता,डॉ पूजा गुप्ता,डॉ रघुनाथ अग्निहोत्री,डॉ अमित गुप्ता,डॉ आसिफ हुसैन,डॉ शोएब खान,डॉ के के शुक्ला,डॉ विक्रम सिंह, डॉ अंकुश मिश्रा,डॉ नफीस, डॉ महताब,डॉ अजीमुद्दीन,डॉ सबाहत खान,डॉ हिमांशु गुप्ता, डॉ वलीम,डॉ हरिओम वर्मा,डॉ वरुण,डॉ रज़ी,डॉ मसीह उज़ ज़मा खान,डॉ ताहिर,डॉ शारिब कमाल,डॉ अंशुल विश्वकर्मा आदि बड़ी संख्या में डॉक्टर्स शामिल रहे।
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