फर्जी शिक्षक नियुक्ति पत्र निकालने के मामले में कैफे सील
वैशाली। बीपीएससी द्वारा अध्यापक नियुक्ति की चल रही प्रक्रिया के बीच महुआ स्थित एक साइबर कैफे से फर्जी नियुक्ति पत्र निकालने के मामले में महुआ-पातेपुर रोड स्थित एक साइबर कैफे में महुआ के एसडीएम के नेतृत्व की गई छापेमारी के बाद कैफे को सील कर दिया गया है।
इस मामले में महुआ के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने प्राथमिक महुआ थाना में कराई है। प्राथमिकी के आलोक में महुआ थाना की पुलिस मामले की गहन जांच में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार महुआ थाना क्षेत्र के मिर्जानगर गांव के मोहम्मद सिराज की पुत्री साजिया खातून ने महुआ बाजार स्थित शर्मा साइबर कैफे संचालक से मिलकर शिक्षक नियोजन का फर्जी नियुक्ति पत्र निकलवाया था। ,
उक्त नियुक्ति पत्र के आधार पर वह पातेपुर प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय सैदपुर डुमरा में योगदान करने पहुंची। वहां के प्रधान शिक्षक ने योगदान नहीं कराया तथा उसे वरीय पदाधिकारी से मिलने को कहा। जिस पर उसने वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेंद्र नारायण से मुलाकात की।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के यहां जांच में संबंधित अभ्यर्थी का नियुक्ति पत्र एवं अन्य कागजात को देखने के बाद वह जाली प्रतीत हुआ। नियुक्ति पत्र पर क्यूआर कोड नहीं होने के साथ सीरियल नंबर और रोल नंबर मैच नहीं करने पर शक हुआ।
अधिकारियों के स्तर पर नियुक्ति पत्र की पड़ताल की गई तो पूरी तरह से फर्जी पाया गया।जांच के दौरान जब डीईओ वीरेंद्र नारायण ने उससे पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि वह पैसे देकर महुआ स्थित शर्मा कैफे से जाली नियुक्ति पत्र निकलवाया था। साजिया ने पदाधिकारी को बताया कि वह डायट हाजीपुर से डीएलएड कर रही है।
इस मामले की जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जिलाधिकारी एवं शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारी को दी। वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर महुआ के एसडीएम अपूर्वा त्रिपाठी ने गुरुवार की रात शर्मा कैफे पर खुद पहुंचकर छापेमारी की। इस दौरान शर्मा कैफे बंद पाया गया।