प्रतिरोध की भूमि बुंदेलखंड से अविनाश पांडेय का विजय संकल्प
झांसी। गाजियाबाद से गाजीपुर तक समन्वय बैठकों के जरिए भाजपा की खिलाफ बिखरे हुए 66% प्रतिशत मतों को संगठित करने में निरंतर सफल हो रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रभारी उत्तर प्रदेश अविनाश पांडेय आज बुंदेलखंड में दाखिल हुए। यहां उन्होंने बांदा, हमीरपुर और झांसी लोकसभा सीटों पर समन्वय बैठकों को संबोधित किया।
अवध और पूर्वांचल की तरह बुंदेलखंड में भी कांग्रेस का परंपरागत सामाजिक आधार जुड़ता हुआ नजर आया। जिला स्तर की राजनीति पर असर रखने वाले ब्राह्मण, दलित और मुस्लिम चेहरों ने देश के हालात बदलने के लिए कांग्रेस का हाथ मजबूती से पकड़ा। 43समन्वय बैठकों की सफलता से पूरे आत्मविश्वास से लवरेज प्रभारी ने करो या मरो की तर्ज पर कार्यकर्ताओं को बूथ विजय संकल्प की शपथ दिलाई। इस शपथ में संविधान, आरक्षण और लोकतंत्र को बचाने के लिए इस दमनकारी सत्ता को उखाड़ने की प्रतिज्ञा कराई गई।
अपने विस्तृत संबोधन में कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि 2024 का चुनाव महज सत्ता परिवर्तन के लिए नहीं है आज हमारे संविधान, हमारे देश के संसाधन, और हमारी साझी विरासत के वजूद की लड़ाई है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता खत्म करके उनपर नियंत्रण स्थापित करना चाहती है। मीडिया, न्यायपालिका, चुनाव आयोग पर सरकार का बढ़ता हस्तक्षेप आप देख रहे हैं। ईडी,सीबीआई और पुलिस जैसे संगठन भाजपा की राजनीतिक फ्रंटल इकाइयों की तरह काम कर रहे हैं। जन विरोधी नीतियों से असहमति जताने वाले राजनीतिक दल के नेताओं को फर्जी ढंग से जेल में डाला जा रहा है। सवाल पूछने वाले पत्रकारों का कैरियर तबाह किया जा रहा है। सरकार लोकतंत्र की बुनियाद को समाप्त करना चाहती है। भाजपा का तथाकथित 400 पार का नारा मूलत: संविधान बदलने की चेतावनी है। उन्होंने किसान, मेहनतकश मजदूर वर्ग, बेरोजगार नौजवान और आधी आबादी के जीवन की दुश्वारियां का विस्तृत उल्लेख किया। यह भी बताया कि उनके जीवन के समक्ष पैदा हुई चुनौतियां किसी प्राकृतिक आपदा के कारण नहीं आई है। यह मोदी सरकार की गलत नीतियों- नोटबंदी, गलत ढंग से जीएसटी लागू करने एवं अकस्मात लॉकडाउन जैसे फैसलों के कारण निर्मित हुई है।
देश के संसाधनों खनिज संसाधन, जल संसाधन एवं सार्वजनिक क्षेत्र की संपत्तियों को मोदी के 20-22 अमीर अरबपति दोस्तों के लिए लुटाए जाने पर रोष जताया। देश में अघोषित आपातकाल जैसी दशा में राहुल गांधी की 10700 किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से मोदी सरकार द्वारा दिए गए जनता के गहरे जख्म पर मलहम लगाने का कार्य किया। जनता के बीच जाकर उनके कंधे से कंधा मिलाकर उनके भीतर का डर समाप्त करने का कार्य किया। इन्हीं स्तरों पर यह यात्रा जनता के आत्मविश्वास हासिल करने की यात्रा बन जाती है।उन्होंने कांग्रेस की घोषणा पत्र की चर्चा करते हुए बताया कि यह भारत जोड़ो यात्रा में जनता के बीच जाकर जनता की आवाज को दर्ज किया गया। घोषणा पत्र मूलतः जनाकांक्षाओं का दस्तावेज है। एक बार फिर उन्होंने चुनाव का बीज मंत्र बताया।
बूथ विजय संकल्प में उन्होंने कार्यकर्ताओं को बूथ योद्धाओं की तरह से लगने की अपील की। आधे से अधिक लोकसभा सीटों पर समन्वय बैठकों में अपनी मौजूदगी को आपका हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में बदलाव की लहर है। इंडिया गठबंधन निश्चित रूप से बहुमत की सरकार बनाएगा।उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के हक में समन्वय बैठक की रणनीति अविनाश पांडेय की राजनीतिक समझ की देन है। पश्चिम उत्तर प्रदेश, ब्रज क्षेत्र एवं पूर्वांचल में यह बैठकें विपक्ष के बिखरे हुए मतों को एक संबंधसूत्र में पिरोने का काम कर रही है।यह बैठकें महज विपक्ष के बिखरे हुए मतों का समन्वय नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन और कांग्रेस की राजनीतिक जमीन की सार्थक तलाश कर रही हैं।
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