आसमान में छाए बादल, किसान हुए चिंतित
धमतरी। ठंड के मौसम में आसमान में बादल छाये रहने से किसान चिंतित हो गए हैं। बेमौसम वर्षा को लेकर किसान अपनी उपज जल्द से जल्द समेट लेना चाहते हैं। खरीफ सीजन के 65 प्रतिशत धान फसल की कटाई-मिंजाई पूरी हो गई है। शेष धान फसल खेतों में पककर तैयार है। कटाई-मिंजाई जारी है, ऐसे में सुबह से शाम तक वातावरण में घिरे बादल वाला मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खरीदी केन्द्रों में लाखों क्विंटल धान खुले आसमान के नीचे पड़ा रहा, लेकिन खराब मौसम को देखते हुए केन्द्रों में सुरक्षा के लिए तिरपाल व पालीथिन से ढका गया है। सुबह से वातावरण कोहरा व बादल से ढका रहा। खराब मौसम का यह दौर सुबह से शाम तक रहा। 35 प्रतिशत किसानों के खेतों में अभी खरीफ धान फसल की कटाई-मिंजाई जोरों पर है।
खराब मौसम को देखते हुए किसानों ने तेजी के साथ खड़ी फसल की कटाई व मिंजाई करा रहे हैं। वहीं कई किसानों के धान फसल कटने के बाद खेतों में रखा हुआ है। किसानों की चिंता बढ़ गई है। हालांकि रात में मौसम सामान्य हो गई। जिले के सभी 100 खरीदी केन्द्रों में एक नवंबर से 24 नवंबर तक 26190 किसानों से नौ लाख 44609 क्विंटल धान की खरीदी की गई है, जो खरीद केन्द्रों में खुले आसमान के नीचे पड़ा रहा। खरीदे गए धान की कीमत दो अरब सात करोड़ 11 लाख 98092 रुपये के है। बादल वाला मौसम को देखते हुए समितियों की चिंता बढ़ गई। देर शाम तक खराब मौसम बना रहा, ऐसे में ज्यादातर केन्द्रों में धान की छल्लियों को तिरपाल व पालीथिन से कर्मचारियों ने ढककर सुरक्षित किया, ताकि बेमौसम वर्षा होने पर धान न भींगे। सहकारिता विभाग के उपपंजीयक प्रदीप ठाकुर ने बताया कि सभी केन्द्रों में बेमौसम बारिश से निबटने के लिए तिरपाल व पालीथिन की व्यवस्था है। बेमौसम बारिश से धान को बचाने समितियों द्वारा धान को ढककर रखा गया है।
टिप्पणियां