पांच महीने बाद गूंजेगी शहनाई, आज सड़क पर दूल्हा लगाएंगे जाम
-देवउठान एकादशी पर मथुरा वृंदावन में 250 से अधिक शादियां
मथुरा। पांच माह बाद शहनाई गूंजेगी। दूल्हों का इंतजार खत्म हो गया है। पहले ही दिन यानी देवउठान एकादशी पर मथुरा वृंदावन में ही 250 से अधिक शादियां होगी। 23 नवंबर को पांच माह के चातुर्मास की अवधि पूरी हो रही है। इसी के साथ पिछले पांच माह से थमी शहनाइयां गूंजने लगेंगी तथा दूल्हों का घोड़ी पर चढऩे का इंतजार भी खत्म हो जाएगा। ज्योतिषाचार्य पं. अजय कुमार तैलंग के मुताबिक 23 से 30 नवंबर तक यानी आठ दिन में विवाह के छह शुभ मुहूर्त हैं। नवंबर में छह और दिसंबर में सात शुभ मुहूर्त हैं। नवंबर में 23, 24, 25, 27, 28, 29 तारीख के मुहूर्त हैं तो दिसंबर में 5, 6, 7 8, 9, 11, 15 हैं। चातुर्मास के साथ ही शहनाइयों की धूम थम गई थी। 16 दिसंबर 2023 से 14 जनवरी 2024 तक धनु के सूर्य खरमास में विवाह बंद रहेंगे।
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि हिंदू धर्म में विवाह को एक महत्वपूर्ण संस्कार माना गया है। सनातन धर्म में किसी भी जातक का विवाह कुंडली मिलान कर तय किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में यह मान्यता है कि कुंडली में गुणों के मिलान के साथ साथ शुभ मुहूर्त में विवाह करने पर वर और वधु को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। हिंदू धर्म में कार्तिक माह में देवउठनी एकादशी तिथि से विवाह का लग्न शुरू होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी मनाई जाती है। ऐसे में इस साल 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी मनाई जाएगी और 24 नवंबर को तुलसी विवाह होगा। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 22 नवंबर को 11.03 मिनट बजे शुरू होगी और 23 नवंबर को 09.01 मिनट पर खत्म होगी।
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