9 लोकसभा सीटों पर 68 की जमानत जब्त, 59 को मिले नोटा से कम वोट
लखनऊ। लखनऊ मंडल की नौ लोकसभा सीटों पर कुल 89 प्रत्याशियों ने किस्मत आजमाई और इनमें से 68 की जमानत जब्त हो गई। वहीं 59 को नोटा से भी कम वोट मिले। इन नौ सीटों पर चौथे और पांचवें चरण में मतदान हुआ था।चुनाव आयोग के मुताबिक लखनऊ मंडल के अंतर्गत छह जिले आते हैं। इनमें लखनऊ, लखीमपुर खीरी, हरदोई, रायबरेली, सीतापुर और उन्नाव हैं। लखनऊ मंडल के छह जिलों में नौ संसदीय सीटें लखनऊ, मोहनलालगंज (सु), खीरी, धौरहरा, सीतापुर, मिश्रिख(सु), हरदोई (सु), उन्नाव और रायबरेली हैं।
लखनऊ सीट पर 10 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई। खीरी में 11, मोहनलालगंज में 11, धौरहरा में 12, हरदोई में 12, सीतापुर में 08, मिश्रिख में 09, उन्नाव और रायबरेली में 8-8 प्रत्याशी मैदान में खे। लखनऊ मंडल की नौ लोकसभा सीटों में चार भाजपा, तीन सपा और दो कांग्रेस ने जीती है। लखनऊ, हरदोई, मिश्रिख और उन्नाव पर भाजपा ने कब्जा जमाया है। मोहनलालगंज, खीरी, धौरहरा पर सपा और सीतापुर एवं रायबरेली पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।
लखनऊ सीट पर 7,350 लोगों ने नोटा का विकल्प चुना। इस सीट पर किस्मत आजमा रहे 10 प्रत्याशियों में से सात को नोटा से भी कम वोट मिले। सबसे कम 603 मत किसान विश्व पार्टी के प्रत्याशी बृजेश कुमार यादव को मिले। भाजपा के राजनाथ सिंह ने यह सीट अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के रविदास मेहरोत्रा से 1.35 लाख के अंतर से जीती। इस सीट पर 8 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई।
मोहनलालगंज सीट पर भी 11 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा और इनमें से आठ प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट पड़े। इस सीट पर 8,866 लोगों ने नोटा दबाया। सरदार पटेल सिद्धांत पार्टी प्रत्याशी सूरज कुमार को सबसे कम 1015 मत पड़े। इस सीट पर सपा प्रत्याशी आरके चौधरी 70,292 हज़ार मतों से विजयी रहे। उन्होंने भाजपा के कौशल किशोर को हराया। मोहनलालगंज सीट पर 9 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई।
खीरी सीट पर 7,931 लोगों ने नोटा को चुना। इस सीट पर भाजपा, सपा और बसपा को छोड़कर अन्य कोई भी प्रत्याशी नोटा से ज्यादा वोट नहीं ले पाया। यहां 11 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा और 08 प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट पड़े। उत्तर प्रदेश रिपब्लिकन पार्टी प्रत्याशी पंचशील आनन्द को सबसे कम 854 वोट मिले। सपा के उत्कर्ष वर्मा ‘मधुर‘ ने भाजपा के अजय कुमार मिश्र को 34,329 से हराकर जीत हासिल की। इस सीट पर 7 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई।
धौरहरा लोकसभा सीट पर भी 12 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा और इनमें से आठ प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट पड़े। इस सीट पर 7144 लोगों ने नोटा दबाया। निर्दलीय प्रत्याशी राम नरेश को सबसे कम 1290 मत पड़े। इस सीट पर सपा प्रत्याशी आनन्द भदौरिया 4,449 हज़ार मतों से विजयी रहे। उन्होंने भाजपा की रेखा वर्मा को हराया। धौरहरा सीट पर 9 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई।
हरदोई लोकसभा सीट पर 8,814 लोगों ने नोटा का विकल्प चुना। इस सीट पर 12 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा और 09 प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले। लोक जन संघर्ष पार्टी के ब्रह्म प्रसाद को सबसे कम 1140 वोट पड़े। भाजपा के जय प्रकाश ने दूसरी बार यह सीट अपने नाम की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा की ऊषा वर्मा को 27,856 हज़ार मतों से मात दी। इस सीट पर 10 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई।
सीतापुर सीट पर 6,958 लोगों ने नोटा को चुना। इस सीट पर भाजपा, सपा, बसपा और अपना दल कमेरावादी को छोड़कर अन्य कोई भी प्रत्याशी नोटा से ज्यादा वोट नहीं ले पाया। यहां 08 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा और 04 प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट पड़े। सरदार पटेल सिद्धान्त पार्टी प्रत्याशी राम आधार वर्मा को सबसे कम 2115 वोट मिले। कांग्रेस के राकेश राठौर ने भाजपा के राजेश वर्मा को 89,641 से हराकर जीत हासिल की। सीतापुर संसदीय सीट पर 06 प्रत्याशी अपनी जमानत बचाने में विफल साबित हुए।
मिश्रिख सीट पर भी 09 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। इनमें से छह को नोटा से कम वोट पड़े। इस सीट पर 8,029 लोगों ने नोटा दबाया। राष्ट्रीय जनशक्ति समाज पार्टी प्रत्याशी सावित्री देवी को सबसे कम 1350 मत पड़े। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार रावत 33,406 हज़ार मतों से विजयी रहे। उन्होंने सपा की संगीता राजवंशी को हराया। इस सीट पर 7 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई।
उन्नाव सीट पर 9,453 लोगों ने नोटा का विकल्प चुना। इस सीट पर 08 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा और 05 प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले। भारतीय शक्ति चेतना पार्टी प्रत्याशी हिमांशु शर्मा को सबसे कम 2663 वोट पड़े। भाजपा के साक्षी महाराज ने तीसरी बार यह सीट अपने नाम की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा की अन्नू टन्डन को 35,818 हज़ार मतों से मात दी। उन्नाव में 6 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई।
रायबरेली सीट पर 7,872 लोगों ने नोटा का विकल्प चुना। इस सीट पर किस्मत आजमा रहे 08 प्रत्याशियों में से चार प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट पड़े। सबसे कम 2174 मत अपना दल (कमेरावादी) के प्रत्याशी मु० मोबिन को मिले। कांग्रेस के राहुल गांधी ने यह सीट अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से 3.90 लाख के अंतर से जीती। इस सीट पर 6 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश के 15 करोड़ 41 लाख 3 हजार 670 वोटरों में से इस बार 8 करोड़ 75 लाख 78 हजार 381 वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव में 56.83 फीसदी मतदान रिकार्ड किया गया। प्रदेश में कुल 634,971 (0.72%) लोगों ने नोटा का बटन दबाया। गौरतलब है कि 2019 के चुनाव में उत्तर प्रदेश में 726,868 (0.84%) लोगों ने वोटा का बटन दबाया था।
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