अज्ञात व्यक्ति की मौत के समय क्यो नही काम आती उसकी पहचान आईडी
फ़िरोज़ाबाद, आजकल हर व्यक्ति की पहचान को जानने के लिये आधार एक ऐसा माध्यम है, जिसका अंगूठा व उंगली लगते ही जन्मकुंडली( पूरी जानकारी) सामने आ जाती है फिर अज्ञात मौतों में क्यो नही
आये दिन सड़क हादसों व नदियों , नहरों आदि में दुर्घटना के कारण लोगो की जान चली जाती है। और पुलिस द्वारा उनके शवो को पोस्टमार्टम ग्रह में पोस्टमार्टम के लिये रखवाया जाता है। जिसमे कुछ की पहचान उनके परिजनों द्वारा वहाँ जाकर कर ली जाती है। और बचे अज्ञात जो बेचारे अंतिम यात्रा में अपनों को कन्धा देने के लिये भी श्मशान तक नही ले जा पाते। जिसकी मजबूरी है, उनकी अंतिम समय मे पहचान न होना।
अगर देखा जाये तो सड़क हादसे सहित अन्य दुर्घटनाओं में बहुत से मृतक ऐसे है, जिनको आखिरी वक्त पर अपनो के कन्धे नसीब नही हो पाते। जब कि जन्म से ही उनकी पहचान को जानने के लिये आधार कार्ड व अन्य कई ऐसे साधन है, जिससे उनकी पहचान हो सकती है।
इसके बारे में कुछ ऐसा होना चाहिये कि हादसों में जान गवाने वाले अज्ञात शवो की पहचान हो सके, और उनका परिवार उनका दाह संस्कार अपने हाथ से कर सके। इसके लिये क्या सम्भव नही हो सकता कि मृतक के फिंगर प्रिंट द्वारा जानकारी के लिए कोई ऐसी मशीन पोस्टमार्टम ग्रह अथवा हॉस्पिटल व मेडिकल कॉलेजो में लगवाई जाये, जिसके द्वारा यह सम्भव हो सके। और उसकी पहचान व जानकारी मिल सके।
नोट-यह केवल रिपोर्टर की राय है, इसमें किसी बात को अन्य जानकारियों में शामिल न किया जाये।
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