भगवान श्री राम जी के नैतिक, सामाजिक एवं मानव मूल्यों को जन-जन तक
सोनभद्र। श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के तहत जनपद के राम जानकी मंदिर, शिवद्वार मंदिर, माता वैष्णों देवी मंदिर डाला, माॅ वन देवी मंदिर ओबरा सहित प्रमुख मंदिरों में भजन-कीर्तन का आयोजन भक्तिपूर्ण माहौल में आयोजन किया जा रहा है। श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के तहत जनपद में भजन, कीर्तन, रामायण पाठ आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। महर्षि बाल्मीकि जी द्वारा रचित विश्वप्रसिद्ध महाकाव्य रामायण की रचना श्रीराम जी की जीवनगाथा पर आधारित है।महाकाव्य में श्रीराम जी के नैतिक, सामाजिक एवं मानव मूल्यांें की स्थापना का आदर्श प्रस्तुत किया गया है,
जो वर्तमान समय में अत्यधिक प्रासंगिक एवं महत्वपूर्ण है। इस विश्व प्रसिद्ध अमूर्त धरोहर का संरक्षण एवं जनमानस तक इसकी जानकारी पहुॅचाना हमारा उत्तरदायित्व है, इसी क्रम में अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर निर्माण देश व समाज में जन-जन तक इन्हीं संस्कारों, आदर्शाे, प्राचीन परम्पराओं एवं नैतिक मूल्यों की स्थापना की ओर अग्रणी कदम है। श्रीराम जी की जन्मभूमि अयोध्या के इस मंदिर से प्रदेश के जन मानस का बेहद करीबी लगाव रहा है। शासन से प्राप्त निर्देश के क्रम में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जनपद में 14 से 22 जनवरी तक राम मंदिरों, हनुमान मदिरों आदि में रामकथा, रामायण पाठ, भजन कीर्तन आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है।
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