डुमांटो हिल्स: अरुणाचल प्रदेश की अनूठी प्राकृतिक धरोहर

डुमांटो हिल्स: अरुणाचल प्रदेश की अनूठी प्राकृतिक धरोहर

कोलकाता । भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश का अपर सुबनसिरी जिला प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर का अद्भुत संगम है। इसी जिले में स्थित डुमांटो हिल्स अपनी ऊंचाई और भव्यता के लिए प्रसिद्ध हैं। भारतीय सेना के पूर्वी कमान मुख्यालय विजय दुर्ग की ओर एक‌ ट्वीट कर इस बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें कहा गया है कि समुद्र तल से 2540 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह पहाड़ी संरचना अपने शानदार दृश्य, समृद्ध जैव विविधता और सांस्कृतिक महत्व के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

डुमांटो हिल्स के तलहटी में दापोरिजो शहर स्थित है, जिसे 'सनशाइनर्स का शहर' कहा जाता है। इस शहर का ऐतिहासिक महत्व भी विशेष है, क्योंकि यहां महाभारत काल से विभिन्न जातीय जनजातियां निवास करती आ रही हैं। यहां की संस्कृति, परंपराएं और जीवनशैली उत्तर-पूर्व भारत की समृद्ध विरासत को दर्शाती हैं।

डुमांटो हिल्स के समीप स्थित कमला रिजर्व फॉरेस्ट प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीव विशेषज्ञों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इस क्षेत्र में विविध प्रकार की वनस्पतियां और जीव-जंतु पाए जाते हैं, जो इसे जैव विविधता का केंद्र बनाते हैं। वहीं, श्रद्धालुओं और आध्यात्मिक शांति की तलाश में आने वाले यात्रियों के लिए मेघना गुफा मंदिर विशेष आकर्षण रखता है। यह गुफा मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और अपनी दिव्य शांति और धार्मिक महत्व के कारण प्रसिद्ध है।

डुमांटो हिल्स और उसके आसपास का क्षेत्र ऐसा स्थान है, जहां हर कोना एक नई कहानी कहता है और हर दृश्य मंत्रमुग्ध कर देता है। भारत की विविधता और अद्भुत प्राकृतिक स्थलों का प्रतीक यह क्षेत्र एडवेंचर प्रेमियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है।

डुमांटो हिल्स केवल एक पर्यटन स्थल ही नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। यह स्थान भारत‌ में सदियों से उन लोगों के लिए खास है जो प्रकृति, रोमांच और आध्यात्मिक शांति की तलाश में हैं।

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