जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिला पोषण समिति की बैठक
आंगनबाड़ी केन्द्रों पर हैण्डवास और साबुन रखें तथा बच्चों को हाथ धोने की पूर्ण प्रक्रिया बताये-डीएम
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय के सभागार में जिला पोषण समिति की बैठक कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र, केंद्रों पर पीने के पानी की व्यवस्था, विद्युत कनेक्शन की स्थिति, शौचालय की व्यवस्था, पुष्टाहार वितरण, आंगनबाड़ी केंद्रों पर ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस मशीनों का विवरण तथा कार्यप्रणाली, अति कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती किये जाने, बच्चों का वजन/ऊंचाई आदि मापने की मशीन की उपलब्धता सहित अन्य बिंदुओं पर गहन समीक्षा किया एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। भीषण गर्मी के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी केन्द्रों के समय परिवर्तन हेतु समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्रातः 8 बजे से पूर्वान्ह 10 बजे तक संचालन किया जाये। जिला कार्यक्रम अधिकारी ज्योति शाक्य ने बताया कि जनपद की समस्त आंगनवाड़ी केंद्रों पर समुदाय आधारित गतिविधियों का आयोजन करते हुए पंजीकृत लाभार्थियों को विभागीय योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। एनआरसी में पिछले माह में 19 अति कुपोषित बच्चों को भर्ती कराया गया था और इस माह में 11 बच्चे एनआरसी में भर्ती है। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि सैम-मैम श्रेणी के बच्चों का अस्पताल के ओपीडी में हुए इलाज, दिए गए परामर्श तथा दी जाने वाली दवाओं का शत प्रतिशत रजिस्टर में अंकन किया जाए। डीएम ने डीपीओ को निर्देशित किया कि पुष्टाहार वितरण पर मानीटरिंग हेतु पत्र जारी करें जिससे सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा मानीटरिंग की जा सके। स्कूल चलो अभियान की तरह आंगनबाड़ी चलो अभियान के कार्यक्रम कराये जाये जिससे बच्चें आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अधिक संख्या में आये। बैठक में जिलाधिकारी ने पोषण ट्रैकर पोर्टल, टीम द्वारा बच्चों का चिन्हांकन, सैम बच्चों को ट्रैक कर उन्हें दी जाने वाली सुविधाओं, पोर्टल पर फीडिंग की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने समस्त संबंधित को निर्देशित करते हुए कहा कि वह स्वयं बच्चों के प्रति संवेदनशील रहे जिससे कि उन्हें सैम श्रेणी से बाहर निकाला जा सके एवं उन्हें स्वस्थ किया जा सके।
जिलाधिकारी ने समस्त सीडीपीओ को निर्देशित करते हुये कहा कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एक हैण्डवास और साबुन अवश्य रखें, आने वाले बच्चों को हाथ धोने की प्रक्रिया को पूर्ण तरीके से बताये जिससे डायरिया व अन्य घातक बीमारियों से बचा जा सके। सभी आंगनबाड़ी एवं प्राथमिक विद्यालयों में नेल कटर अवश्य रखें जिससे बच्चों के नाखून को कटवाया जाये। आगामी एक महीने में समस्त बच्चों का वजन और लम्बाई करायी जाये, जो भी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर चार्ट बने है उसमें अंकन किया जाये। बच्चों को एल्बेन्डाजोल की गोलियां समय-समय पर दिया जाये। नई आंगनबाड़ी की जाये भर्तियॉ हुई है उनकी ट्रेनिंग करायी जाये, सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अभिलेखों का रख-रखाव सुव्यवस्थित ढंग से रखें। सभी सीडीपीओ 05 केन्द्रों की जांच करें और उसकी रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध करायें। सभी केन्द्रों पर वेइंग मशीन को चेक करें कि वह चालू स्थिति में है या नही। डीएम ने जिला कार्यक्रम अधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अपने-अपने कार्यो के प्रति सजग रहे, आंगनबाड़ी केन्द्रों का समय-समय पर निरीक्षण करें और जो भी कमियां पायी जाये उसे दुरूस्त करायें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा0 दिव्या मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी ज्योति शाक्य, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र सिंह, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी व अन्य सम्बन्धित उपस्थित रहे।
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