लोहरदगा में 62.06 प्रतिशत मतदान
गुमला। लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र में सोमवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस चुनावी महापर्व में सभी उम्र के मतदाताओं ने पुरे उत्साह के साथ भाग लिया और लोकतंत्र के लिए अपनी भागीदारी निभाई। इसमें दिव्यांग और पहली बार वोट दे रहे युवा मतदाता भी शामिल हैं। कई मतदान केंद्रों पर उत्सव जैसा माहौल था। लोहरदगा संसदीय क्षेत्र में 62.06 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। और इसी के साथ भाजपा भाजपा प्रत्याशी समीर उरांव, कांग्रेस उम्मीद्वार सुखदेव भगत, निर्दलीय चमरा लिंडा समेत 15 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में बंद हो गया। शेष प्रत्याशियों में गिरजानंद उरांव (बहुजन समाज पार्टी) चुनाव चिन्ह –हाथी, बिहारी भगत (पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया) चुनाव चिन्ह- फलों से युक्त टोकरी, महेंद्र उरांव( कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया) चुनाव चिन्ह- बाल व हंसिया, मनी मुंडा (भागीदारी पार्टी) चुनाव चिन्ह- एयर कंडीशनर, राम चंद्र भगत ( लोक हित अधिकार पार्टी ) चुनाव चिन्ह –सेव, अर्जुन टोप्पो ( नि.) चुनाव चिन्ह- केतली, अर्पण देव भगत (नि.) चुनाव चिन्ह- कैंची, चमरा लिंडा (नि.) चुनाव चिन्ह – बल्लेबाज, पवन तिग्गा ( नि.) चुनाव चिन्ह –फुलगोभी, मरियानुस तिग्गा (नि.) चुनाव चिन्ह- हॉकी और बॉल, रंजीत भगत (नि.) चुनाव चिन्ह- फुटबॉल खिलाड़ी , सनिया उरांव (नि.) चुनाव चिन्ह अलमारी तथा स्टेफन किंडो (नि.) चुनाव चिन्ह आरी शामिल हैं।
सबसे अधिक मतदान लोहरदगा विधान सभा क्षेत्र में देखा गया। जहां 65.9 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डालें। वहीं सबसे कम वोट बिशुनपुर विधान सभा क्षेत्र में पड़ें। यहां 60.71 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। उल्लेखनीय है कि बिशुनपुर भाजपा प्रत्याशी समीर उरांव का गृह प्रखंड हैं। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी चमरा लिंडा भी बिशुनपुर का ही विधान सभा में प्रतिनिधित्व करते हैं। मांडर विधान सभा क्षेत्र में 62.08 प्रतिशत, सिसई विधान सभा क्षेत्र में 62.07 प्रतिशत व गुमला विधान सभा क्षेत्र में 62.71 प्रतिशत मतदाताओं ने ईवीएम का बटन दबाया।
वोट बहिष्कार वाले क्षेत्र में भी 60 प्रतिशत से अधिक की हुई वोटिंग
गुमला जिला अंतर्गत स्थित बिशुनपुर के पाठ क्षेत्र के सेरका पंचायत में स्थित हाडूप गांव के मतदाताओं ने वोट नहीं करने का फैसला लिया था,जिसे देखते हुए सेरका पंचायत के अन्य गांव के ग्रामीणों ने भी वोट बहिष्कार का नारा लगाया था। जिला प्रशासन की पहल से उक्त क्षेत्र में लगातार स्वीप गतिविधियों का आयोजन करते हुए वहां के मतदाताओं को वोट करने हेतु प्रेरित किया। उक्त क्षेत्र के ग्रामीणों की शिकायत थी कि उनके गांव तक पहुंचने के लिए आवागमन हेतु अच्छी सड़क नहीं है, उनकी समस्याओं को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से उन्हें सड़क निर्माण जल्द ही कराए जाने के संबंध में अश्वस्थ्य किया गया। साथ ही वहां विभिन्न स्वीप गतिवधि का आयोजन करते हुए मतदाताओं को जागरूक करने का कार्य किया गया। परिणामस्वरूप सेरका पंचायत अंतर्गत जालिम, केचकि, हाडूप,बिशुनपुर एवं सेरका ग्रामों अंर्तगत मतदाताओं ने भी इस बार मतदान किया। सेरका पंचायत अंतर्गत जालिम स्थित मतदान केंद्र संख्या 133 में 43.66 प्रतिशत , केचकी स्थित मतदान केंद्र संख्या 134 में 52.92 प्रतिशत, हाडूप स्थित मतदान केंद्र संख्या 135 में 54.67 प्रतिशत , बिशुनपुर स्थित 136 में 64.20 प्रतिशत एवं सेरका स्थित मतदान केंद्र संख्या 137में 62.69 प्रतिशत मतदान हुए । यहां वोट बहिष्कार छोड़ कर ग्रामीण मतदाताओं ने अपने मतदाधिकार का उपयोग किया। इस बार बड़ी संख्या में युवा मतदाताओं ने पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बड़ी संख्या में दिव्यांग मतदाता भी विभिन्न माध्यमों से मतदान केंद्र पहुंचे और वोट डालें।
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