तीन दिवसीय विद्यापति पर्व समारोह का सांसद व विधायक ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया
जिले के सत्तर कटैया प्रखंड स्थित लक्ष्मीनिया गांव में तीन दिवसीय दसवां मिथिला संस्कृति महोत्सव सह विद्यापति स्मृति पर्व समारोह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सांसद दिनेश चंद्र यादव एवं महिषी विधायक गुंजेश्वर साह सहित अन्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के पहले सत्र में मैथिली साहित्यकारों द्वारा साहित्यिक परिचर्चा का आयोजन किया गया। वहीं दूसरे सत्र में मैथिली कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सांसद दिनेश चंद्र यादव के द्वारा पवन नारायण स्मृति मंच पर लोगों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि बाबा विद्यापति की रचना उगना रे मोर कतय गेलाह आज भी प्रासंगिक है।उनके बताएं मार्ग पर चलकर ही हम लोग उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैथिली मधुर भाषा है।वहीं इसकी साहित्यिक एवं सांस्कृतिक विरासत को सहेजने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि मैथिली को अष्टम सूची में शामिल करने के लिए एक सांसद के रूप में उन्होंने भी अपना सहयोग एवं योगदान दिया। उन्होंने कहा कि भोगेंद्र शर्मा के द्वारा स्थापित यह सांस्कृतिक परिसर जिले की पहचान बन गई है। वहीं विधायक गुंजेश्वर साह ने कहा कि मैथिली भाषा के विकास संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आजीवन प्रयासरत हैं। साथ ही इस परिसर के विकास के लिए वह अपना पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।किसलय कृष्ण के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में स्वर्गीय पवन नारायण एवं पूर्व विधायक संजीव झा को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दिया गया।
कवि सम्मेलन का संचालन साहित्यकार कुमार विक्रमादित्य ने किया। किसलय कृष्ण ने बताया कि विगत वर्ष इसी मंच पर अचानक तबीयत खराब होने के कारण पवन नारायण की मृत्यु हो गई थी। उनकी याद में यह मंच उनको समर्पित किया गया है। साथ ही उनके नाम पर पवन नारायण स्मृति सम्मान प्रसिद्ध गायक रामबाबू झा को दिया गया।वहीं मैथिली अग्रदूत के रूप में रतन कुमार को सम्मानित किया गया।
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