गौशाला में गौवंशो की हो रही दुर्दशा
सिर्फ निर्देशों तक सीमित फरमान
मरणासन्न स्थिति में पड़ी गाय को खुदर रहे कौवे
देशप्रीत
लहरपुर सीतापुर। सरकार द्वारा आवारा टहल रहे गोवंशियों के लिए जहा एक तरफ गौशालाओ का निर्माण उच्च स्तर पर कराया गया है और

उनके देखरेख व खाने पीने के लिए भी बकायदा सरकारी बजट से जिम्मेदारों को खर्च दिया जाता है तो वही जमीनी स्तर पर आज भी कुछ ऐसी गौशालाएं है जिसमे गोवंश बेबस नजर आते है। जी हां हम बात कर रहे हैं लहरपुर तहसील क्षेत्र के विकासखंड हरगांव के ग्राम मल्लापुर की जहां पर गोवंशियों के लिए बने गौशाला की जहां पर मौजूद गोवंश अपनी दुर्दशा को खुद ब खुद बयां कर रहे थे। बताते चलें कि संवाददाता किन्हीं काम बस मल्लापुर गांव की तरफ जा रहा होता है तभी वह गौशाला में जाकर देखा तो वहां गौशाला में मौजूद गोवंशियों में दो गोवंश मरणासन्न स्थिति में बेबस गौशाला में पड़े थे जिन्हें कोई भी पुरुसाहाल नहीं था। चील कौवे खुदर रहे थे, बेचारा बेबस गोवंश कर भी तो क्या सकता था। गौशाला के अंदर का यह नजारा देख ऐसा लगता था कि जिम्मेदारों को गोवंशियों का जरा भी फिक्र नहीं, चाहे यह कहें की जिम्मेदार सरकार की गौशाला में सुरक्षित रहे गोवंशियों की मंशा पर पानी फेरने का बखूबी काम कर रहे हो।
*क्या बोली एसडीएम लहरपुर*
इस संबंध में जब उप जिलाधिकारी लहरपुर राखी वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बीडीओ को अवगत कराते हुए जांच करवाते हैं।
*क्या बोले बीडीओ साहब*
इस संबंध में जब बीडीओ हरगांव से बात की गई तो उन्होंने कहा की अगर ऐसा है तो अभी दिखवाते है।
अब देखना यह लाजमी होगा की क्या मौके से दी गई जानकारी के बाद भी जिम्मेदार मामले को संज्ञान में लेते हैं या यूं ही खानापूर्ति कर मामले को रफा-दफा कर देते हैं।
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