बिना रिबोर कराये ही प्रधान व सचिव ने निकाला सरकारी पैसा
लोकायुक्त में शिकायत के बाद प्रधान, सचिव और जेई को वसूली नोटिस जारी
मोहित दुबे खंड विकास अधिकारी
बंडा/शाहजहांपुर। योगी सरकार जीरो टॉलरेंस को लेकर सख्त नीतियों को अपना रही है। जिसका उद्देश्य भ्रष्टाचार को रोकना और सरकारी अमलों में सुधार करना है। लेकिन हैंडपंप रिवोर के घोटाले की घटना बताती है कि सरकार की नीतियों का कितना पालन किया जाता है। बंडा के नरेंद्रपुर मोहद्दीनपुर में अधिकारियों ने इसे नकारते हुए निजी लाभ के लिए रिवोर के नाम पर सरकारी पैसा डकार लिया।मामले का खुलासा तब हुआ जब इस घोटाले की शिकायत लोकायुक्त में दर्ज कराई गई। जनपद में रिवोर घोटाले के नये नये किस्से सामने आ रहे हैं।
शिकायतों के बाद रिबोर घोटाले की परतें खुलती जा रही है हैंडपंप रिवोर की एक और घपलेबाजी का मामला क्षेत्र के गांव नरेंद्रपुर से जुड़ा है। यहां बिना रिवोर कराए ही प्रधान व सचिव ने पैसा हजम कर लिया। दरअसल पुवायां निवासी समाजसेवी चंद्रकला ने लोकायुक्त में परिवाद दायर किया था कि गांव नरेंद्रपुर मोहद्दीनपुर में एक हैंडपंप रिवोर कराया है। जबकि हैंडपंप रिवोर हुआ ही नहीं। लोकायुक्त में शिकायत के बाद जांच समिति द्वारा पाया गया कि हैंडपंप प्राथमिक विद्यालय के पास लगा है उसका रिवोर कराए बिना ही सरकारी धन का भुगतान ले लिया गया।
घोटाले में जिम्मेदार पाए जाने वाले ग्राम प्रधान व सचिव और जेई को वसूली नोटिस जारी कर दिया गया। वसूली की धनराशि को ग्राम निधि के खाते में जमा कराने का आदेश दिया गया। फिलहाल ब्लाक के अन्य ग्राम पंचायतों में हैंडपंप रिबोर की जांच होने पर अन्य भ्रष्टाचारी भी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं । भ्रष्टाचार को लेकर समाजसेवी चंद्रकला के पति विनित रस्तोगी ने बताया कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट भी जा सकते हैं।‘‘रिवोर मामले में जिले के जो भी जांच अधिकारी हैं वह वसूली करेंगे। वसूली नियमसंगत की जायेगी।’’
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