आज सकठ चौथ को होगी भगवान गणेश जी पूजा
आज है सकट चौथ का व्रत, तैयारियां पूरी
चंदौली। माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सकट चौथ तिल चौथ और माघी चौथ कहा जाता है। इस बार सकट चौथ का व्रत आज सोमवार को रखा जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार सकट चौथ के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से साधक को सुख-समृद्धि मिलती है। सकट चौथ के दिन महिलाएं संतान की दीर्घ आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं।
सकट चौथ की पूजा से मिलती है सुख और समृद्धि
हर माह में दो चतुर्थी होती हैं। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। नारद पुराण के अनुसार, माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सकट चौथ, तिल चौथ और माघी चौथ कहा जाता है। इस बार सकट चौथ का व्रत आज सोमवार को रखा जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सकट चौथ के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से साधक को सुख-समृद्धि मिलती है। सकट चौथ के दिन महिलाएं संतान की दीर्घ आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं।
सकट चौथ की पूजा में विशेष चीजों को शामिल करना चाहिए। ऐसा करने से गणपति बप्पा प्रसन्न होते हैं और पूजा सफल होती है।
बाजार में महिलाओं ने की जमकर खरीददारी
जिले मे सकट चौथ की पूजा सामग्री की महिलाओं ने खरीददारी की इस पूजा में पीला कपड़ा,चौकी,फूल,गंगाजल,जल,सुपारी, जनेऊ, लौंग,दीपक,दूध,मोदक, धूप, देसी घी,11 या 21 तिल के लड्डू, फल, कलश,गणेश जी की प्रतिमा का प्रयोग होता है। इन दुकानों पर काफी भीड़ इकट्ठा रही।
सकट चौथ का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
पंडित लक्ष्मी नारायण पांडेय ने बताया की पंचांग के अनुसार, माघ माह की चतुर्थी तिथि की शुरुआत आज प्रातः 06 बजकर 10 मिनट से होगी और इसके अगले दिन यानी 30 जनवरी को सुबह 08 बजकर 54 मिनट पर तिथि का समापन होगा। इस बार सकट चौथ का व्रत आज है। आज चंद्रोदय रात 9 बजकर 10 मिनट पर होगा।
सकट चौथ व्रत का महत्व
सकट चौथ के दिन भगवान गणेश जी की पूजा-व्रत करने का विधान है। मान्यता के अनुसार, जो महिलाएं सकट चौथ के दिन निर्जला व्रत रखती हैं और विधिपूर्वक गणपति बप्पा की पूजा करती हैं, उनकी संतान को कोई रोग नहीं होता है। पूजा के दौरान व्रत कथा पढ़ने का अधिक महत्व है। सकट चौथ कथा पढ़ने से व्रत पूर्ण माना जाता है। इससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
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