पुलिस महकमे में मनाया गया 'पुलिस झंडा दिवस
सीएम को डीजीपी ने लगया फ्लैग-पिन, दी शुभकमानाएं
लखनऊ। यूपी के सभी जिलों में गुरुवार को थानों, पुलिस चौकियों और पुलिस कार्यालयों में पुलिस झंडा दिवस मनाया गया। पुलिस झंडा दिवस के अवसर पर डीजीपी विजय कुमार और स्पेशल डीजी लॉ एंड आॅर्डर प्रशांत कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फ्लैग पिन लगाया और प्रतीक चिन्ह भेट किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ पुलिस के सभी जवानों और अधिकारियों को पुलिस झंडा दिवस की शुभकामनाएं दी। वहीं पुलिस पुलिस मुख्यालय में कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों द्वारा झंडे की सलामी दी गई।
पुलिस मुख्यालय पर झंडा दिवस पर डीजीपी विजय कुमार ने सभी पुलिस कर्मियों को झंडा दिवस की बधाई देते हुए कहा कि वह ध्वज हमारे चरित्र को दर्शाता है। जो हमारे गौरवाशाली इतिहास का प्रतीक है, जिसमें हमने देख सेवा, लोक सेवा में अपने कौशल, शौर्य और कर्तव्यपराणता से अप्रतिम योगदान दिया है। इस दौरान पुलिस मुख्यायल में मौजूद अधिकारियों और जवानों ने सलामी दी। भारत के प्रथम प्रधान मंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस के शौर्य एवं साहस के प्रतीक रूप में 23 नवम्बर 1952 को पुलिस कलर प्रदान किया गया था।
आज हम सभी उत्तर प्रदेश पुलिस के 72 वें झण्डा दिवस के गौरवशाली अवसर पर एकत्रित हुये हैं। इस दिन हम अपने ध्वज की गरिमा एवं इसके प्रति अपने दायित्वों का स्मरण करते हैं। डीजीपी ने कहा कि आप सभी अवगत हैं कि 23 नवम्बर 1952 को तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा पुलिस कार्य के सभी क्षेत्रों में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस को पुलिस ध्वज प्रदान किया गया है। यह सम्मान प्राप्त करने वाला उत्तर प्रदेश, देश का प्रथम 'राज्य पुलिस बल' है, जिसे उसके अप्रतिम योगदान के फलस्वरूप 'पुलिस कलर' अर्थात पुलिस ध्वज प्रदान किया गया है, जो हम सबके लिए गर्व का विषय है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के लिये यह ऐतिहासिक महत्व का दिन है। शक्ति एवं निष्ठा के प्रतीक, लाल एवं नीले रंग के ध्वज ने उत्तर प्रदेश पुलिस को एक गौरवमयी पहचान दी है। पुलिस विभाग के प्रति निष्ठावान हमारे वीर साथियों की अहर्निश जन-सेवा, कर्तव्यपरायणता, पराकम, शौयं तथा आत्म बलिदान की अनगिनत गाथाओं के बाद पुलिस ध्वज प्राप्ति की इस गौरवमयी उपलब्धि का मार्ग प्रशस्त हो सका। पुलिस ध्वज के फहराने और उसके प्रति सम्मान प्रदर्शित करते समय हमें आत्माभिमान की अनुभूति होती है और हम सभी में कर्तव्यनिष्ठा की नई उर्जा संचरित होती है, जो हमें नये जोश और उत्साह के साथ कर्तव्यपालन के लिए प्रेरित करती है। इतिहास गवाह है कि ध्वज पताका की प्रेरणा से 'धर्म की अधर्म पर विजय' अविस्मरणीय रही है।
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