गुंसाईजी का 501वां जन्म महोत्सव मनाया
उदयपुर। उदयपुर शहर में स्थित श्रीनाथजी की हवेली में अंतरराष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद एवं श्रीनाथजी मंदिर उदयपुर के तत्वावधान में महाप्रभु वल्लभाचार्य के द्वितीय पुत्र एवं पुष्टिमार्ग प्रवर्तक विट्ठलनाथजी का 501वां जन्मोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर श्रीनाथजी को बिना किनारी केसरी साटन के चाकदार वस्त्र एवं कुल्हे जोड़ का श्रृंगार धराया गया। राजभोग में प्रभु श्रीनाथजी को तिलक किया गया, उस समय कीर्तनकार द्वारा ‘आज बधाई को दिन निको’ कीर्तन गाया गया। सायंकाल भोग आरती के दर्शन के पश्चात शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा जड़ियों की ओल, घंटाघर, बड़ा बाजार, सिंधी बाजार, अस्थल चौराहा, अमल का कांटा, खेरादीवाड़ा होती हुई पुनः श्रीनाथंजी मंदिर पहुंची। तत्पश्चात शयन के दर्शन हुए बधाई गान एवं प्रसाद वितरण हुआ। शोभायात्रा में हाथी, घोड़े, बैंड, बग्घी में प्रभु श्रीनाथजी का चित्र एवं पालकी में गुंसाईजी का चित्र था। संपूर्ण कार्यक्रम मंदिर के भंडारी कैलाश चंद्र पुरोहित के नेतृत्व में हुआ।