राजधानी में आठ क्षय रोगी लिए गए गोद
लखनऊ। क्षय रोगियों को गोद लेने का कार्यक्रम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के आह्वान पर साल 2019 में शुरू हुआ था। टीबी के इलाज में नियमित दवाओं के साथ एनर्जी और प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बहुत जरूरी होता है। ये बातें जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. ए.के.सिंघल ने कही।
बुधवार को सदर अस्पताल में आठ क्षय रोगियों को जय ब्रिज जीआरके फाउंडेशन के अध्यक्ष कुमार केशव द्वारा गोद लिया साथ ही पावर विंग संस्था का भी सहयोग रहा। इसलिए टीबी रोगियों को गोद लेने के दौरान निक्षय मित्रों द्वारा इलाज के दौरान उन्हें पोषण पोटली मुहैया करायी जाती है जिसमें प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे चना,दालें,सोयाबीन, मूंगफली आदि खाद्य पदार्थ दिए जाते हैं।
योजना के तहत क्षय रोगियों को इलाज के दौरान 1000 रूपये भी दिए जाते हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि अभियान के तहत ढूंढे गए सभी क्षय रोगियों को गोद लेने के लिए अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत विभिन्न संस्थानों और व्यक्तियों के साथ सम्पर्क किया जा रहा है।
गोद लेने वाली संस्था के अध्यक्ष कुमार केशव ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इस साल के अंत तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। सभी की जिम्मेदारी बनती है कि इसमें अपना सहयोग करें। संस्था ने पहली बार यह जिम्मेदारी उठाई है,आगे भी टीबी मरीजों को गोद लेकर इस अभियान में सहयोग से करेंगे। इस मौके पर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एस.सी.जोशी, डॉ.कीर्ति सक्सेना, एसटीएस राजीव कुमार,संस्था की नगमा खान,शालिनी एवं मानसी,टीबी मरीज और उनके तीमारदार मौजूद रहे।
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