संघर्ष विराम पर स्थिति स्पष्ट करे सरकार: कांग्रेस
नई दिल्ली। कांग्रेस ने पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम किए जाने के फैसले पर सवाल उठाया है। पार्टी ने कहा कि भारत को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को खत्म करने का एक मौका मिला था, जिसे सरकार ने गंवा दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बात की।
उन्होंने कहा कि यह सरकार साहस नहीं दिखा सकी। ऑपरेशन सिंदूर को रोकने का कारण देश को बताया जाए। उन्होंने कहा कि 11 साल में पहली बार देश में एकता दिखी। पक्ष और विपक्ष एक साथ आए। राहुल गांधी ने विपक्ष को साथ लाकर सरकार का समर्थन किया। उन्होंने सिर्फ बात नहीं की, उसे निभाया भी। इससे सेना का मनोबल बढ़ा। अब वह माहौल नहीं रहा।
गहलोत ने पूछा कि अगर सीजफायर अस्थाई है तो पाकिस्तान पर भरोसा कैसे किया जा सकता है। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या यह फैसला अमेरिका के दबाव में हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सुना कि सीजफायर अस्थाई भी होता है।
कांग्रेस ने पूछा कि जब विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है तो प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक में क्यों नहीं आए। दो बैठकें हो चुकी हैं। फिर भी प्रधानमंत्री ने भाग नहीं लिया। कांग्रेस ने कहा कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए। इससे देश को पता चलेगा कि सरकार क्या सोच रही है। गहलोत ने कहा कि अजरबैजान और तुर्किये पाकिस्तान के साथ आ गए। हमारे साथ कोई नहीं आया। उन्होंने कहा कि सरकार जवाब देने से बच रही है।
टिप्पणियां