जमीन खरीदें लकिन रखें 4 बातों का ध्यान, नही डूबेगी आपकी कमाई
नई दिल्ली। अगर आपको पैसे से पैसा बनाना है तो ऐसी जगह पर निवेश करें, जहां से आपको अच्छा रिटर्न मिल सके। लोग इसके लिए भले ही अलग-अलग विकल्प खोजेते हैं, लेकिन जानकार प्रॉपर्टी में निवेश करने को अच्छे विकल्प के तौर पर देखते हैं। बाकी चीजों की तरह जमीन खरीदने के बाद उसकी कीमत कम नहीं होती बल्कि, बढ़ती ही रहती है।
इसलिए इसे फायदे के सौदे के तौर पर देखा जाता है। पर अगर आप प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। वरना आपके साथ ठगी भी हो सकती है। आपकी छोटी सी गलती के कारण आपकी मेहनत की कमाई ठग हड़प सकते हैं। तो चलिए जानते हैं जब भी कोई प्रॉपर्टी खरीदें तो किन बातों का ध्यान रखें।
बचना है ठगी से, तो रखें ध्यान:-
अगर आप जमीन खरीद रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। इसमें सबसे पहले तो आपको प्रॉपर्टी की हिस्ट्री चेक करनी है। इसमें आपको ये देखना है कि प्रॉपर्टी का पहला मालिक कौन था? ये प्रॉपर्टी कितनी बार बिक चुकी है? क्या ये प्रॉपर्टी होल्ड फ्री है आदि। इन सब चीजों को चेक करें।
आपको प्रॉपर्टी के पेपर्स जरूर चेक करने हैं। दस्तावेजो को चेक करें कि ये नकली तो नहीं है। आप जमीन के खतौनी/खसरा नंबर चेक कर सकते हैं। इससे आपको जमीन के बारे में काफी और सही जानकारी मिल जाती है। अगर इसमें कोई गड़बड़ है तो जमीन न खरीदें, वरना आपके पैसे डूब सकते हैं।
जमीन का इनकंब्रेंस सर्टिफिकेट जरूर चेक करना चाहिए क्योंकि इससे आपको ये पता चलता है कि जमीन पर कोई कर्ज तो नहीं है। आप ये भी जान सकते हैं कि जमीन को लेकर कोई कानूनी अड़चन तो नहीं है। यही नहीं, आप रजिस्टार ऑफिस जाकर जमीन का पिछला पूरा रिकॉर्ड चेक कर सकते हैं जिससे आप किसी भी तरह की ठगी से बच सकते हैं।
सबसे बड़ी ठगी एडवांस या टोकन मनी देने के नाम पर हो सकती है। इसलिए अगर आप किसी प्रॉपर्टी के लिए एडवांस दे रहे हैं तो लील एग्रीमेंट जरूर बनवाएं और फिर पेमेंट करें। वहीं, जब बाकी पेमेंट देकर रजिस्ट्री करवाएं तो उसकी रसीद जरूर लें। कोशिश करें टोकन मनी चेक में या ऑनलाइन दें। कैश देने से बचना चाहिए।
About The Author

‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है।
टिप्पणियां