रोगियों के साथ हमेशा उच्च दर्जे का व्यवहार बनाये: प्रो सीएम सिंह
लखनऊ। नर्सिंग संवर्ग को अपने मरीजों के देख-रेख में गुणवत्ता बनाये रखना है। सीनियर नर्सिंग स्टाफ अपने से जूनियर नर्सिंग स्टाफ को मरीजों के देख-रेख सम्बन्धित समय-समय पर उचित सुझाव देना चाहिए। नर्सिंग संवर्ग चिकित्सा क्षेत्र का एक अभिन्य अंग है। इसलिए अपने कार्य के प्रति अपने कौशल को विकसित करना तथा अपने प्रोफेशन में ज्यादा से ज्यादा ज्ञान अर्जित करे जिससे की आधे से ज्यादा समस्या स्वयं के द्वारा निस्तारित कर सकें। ये बातें मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो० एके सिंह ने कही।
मंगलवार को डॉ० राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कार्यरत नर्सिंग संवर्ग द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय नर्सेज सप्ताह की शुरूआत द्वीप प्रज्वलित कर किया गया। जिसका समापन 12 मई को होगा। प्रो सीएम सिंह ने संस्थान में कार्यरत समस्त नर्सिंग संर्वग को अन्तर्राष्ट्रीय नर्सेज सप्ताह के अवसर पर बधाई दिया व मरीजों के देख-भाल में नर्सिंग के उत्तरदायित्वों को समझाया। इन्होने कहा संस्थान में कार्यरत समस्त नर्सिंग संर्वग को उनके कड़ी मेहनत एवं अथक परिश्रम के लिए सराहना की। इन्होने बताया कि हमें अपने संस्थान के रोगियों के साथ हमेशा उच्च दर्जे का व्यवहार बनाये रखना चाहिए है। इस अवसर पर निदेशक द्वारा निर्जलीकरण (जल ही जीवन है) होने के कारण,लक्षण एवं इसके उपचार से सम्बन्धित पुस्तिका का विमोचन किया।
संस्थान की मुख्य नर्सिंग अधिकारी सुमन सिंह ने बताया कि नर्सों का एक रोगी के जीवन में काफी महत्व है। यूं भी कह सकते हैं कि हमे जिन्दा रखने में नर्सों की बड़ी भूमिका होती है वह मरीजों की देखभाल के लिए अपने सुख चैन त्याग कर दूसरों की भलाई के लिए काम करती हैं। उनके जज्बे को सलाम करनें के लिए 12 मई का दिन चुना गया है यह दिन दुनिया भर की नर्सों को समर्पित है।
सर्मपण नर्सिंग कालेज की प्रिंसिपल डॉ० दीप्ती शुक्ला ने नर्सिंग देखभाल,के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि समग्र नर्सिंग न केवल बीमारियों का इलाज करने पर केंद्रित करता है बल्कि रोग को रोकने के तरीकों और रोगी के संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित करता है। यह दृष्टिकोण नर्स और रोगी के बीच एक मजबूत और सहानुभूति पूर्ण संबंध बनाने पर बल देता है, जिससे रोगी की सुरक्षित और समर्थित महसूस होता है।
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