ज्येष्ठ माह के दूसरे बड़े मंगल पर सिद्धधाम श्री बालाजी मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब
सैकड़ों श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, भंडारे और शरबत वितरण से गूंज उठा श्रीराम नाम
उन्नाव। ज्येष्ठ मास के दूसरे बड़े मंगल के पावन अवसर पर जनपद उन्नाव के शहर के सिविल लाइन क्षेत्र स्थित प्राचीन सिद्धधाम श्री बालाजी हनुमान मंदिर में आस्था और भक्ति का विशाल समागम देखने को मिला। प्रातःकाल से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें मंदिर परिसर के बाहर लगने लगीं। मंदिर के दरबार में दर्शन के लिए उमड़े सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर श्री बालाजी महाराज का पूजन-अर्चन किया और भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया। श्रद्धा से ओतप्रोत वातावरण में मंदिर परिसर “जय श्री राम” और “सियावर रामचंद्र की जय” के उद्घोष से गूंज उठा।
भक्ति और सेवा का संगम रहा आयोजन
मंदिर प्रबंधन और सेवाभावी भक्तों के सहयोग से आयोजित भंडारे में शुद्ध सात्विक भोजन और शीतल शरबत का वितरण किया गया। सेवा भाव से ओतप्रोत इस आयोजन में भक्तों ने बढ़-चढ़कर सहभागिता निभाई।
पुजारी ने बताया भंडारे का आध्यात्मिक महत्व
मंदिर के पुजारी पं. गोपाल कृष्ण त्रिपाठी ने कहा सनातन धर्म में भंडारा केवल भोजन का वितरण नहीं होता, यह धर्म, सेवा और परोपकार का प्रतीक है। ऐसे आयोजनों से जहां एक ओर सामाजिक एकता को बल मिलता है, वहीं दूसरी ओर श्रद्धालु आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता से भर जाते हैं। सिद्धधाम श्री बालाजी मंदिर की महिमा यह है कि यहां आने वाला हर भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की अनुभूति करता है।
श्री बालाजी मंदिर: आस्था का केंद्र
स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं का मानना है कि यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि जनपद में सांस्कृतिक एकता और आध्यात्मिक चेतना का भी केंद्र है। हर मंगल और शनिवार सहित विशेष पर्वों पर यहां हजारों भक्त पहुंचते हैं।
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