निजीकरण के विरोध में 17 जून से कार्य बहिष्कार
विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ के घटक संगठनों की बैठक
लखनऊ। विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ उप्र के घटक संगठनों की मंगलवार को केंद्रीय कार्यालय नरही में बैठक हुई। जिसमें पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण की कार्रवाई रोकने के लिए 17 जून से पूरे प्रदेश में कार्य बहिष्कार किए जाने का निर्णय लिया गया है।
बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ मजदूर नेता एवं महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष आर एस राय ने किया। बैठक में पुनीत राय प्रभारी विद्युत संविदा मज़दूर संगठन उप्र,मो क़ासिफ अध्यक्ष विद्युत संविदा कर्मचारी संघ उप्र,दिनेश सिंह भोले महामंत्री केस्को संविदा कर्मचारी संगठन कानपुर,विनोद कुमार प्रान्तीय अध्यक्ष निविदा संविदा कर्मचारी सेवा समिति और अमित खारी महामंत्री विद्युत निविदा संविदा कर्मचारी सेवा संघ उप्र सहित मुदस्सिर राजपूत,शाहरुख़ खान,सोनू जाटव,मलिक पांडेय,सुरेन्द्र शर्मा,अनुराग श्रीवास्तव,बृजपाल शर्मा,विमलेश कुमार तथा परवेन्द्र अन्य लोग शामिल हुए।
बैठक में प्रान्तीय प्रभारी पुनीत राय द्वारा निजीकरण वापस लिए जाने सहित छटनी किए गए संविदा कर्मियों को वापस रखने,आयु सीमा बढ़ाकर 60 वर्ष किए जाने,श्रमिकों को 22 हज़ार एवं लाइन मैन,एस एस ओ,कम्प्यूटर आपरेटर को 25 हज़ार रुपये वेतन दिए जाने तथा सेवा काल में मृत्यु की दशा में आश्रित को बीस लाख रुपये की बीमा राशि प्रदान किए जाने की मांग की गई।
महासंघ के मिडिया प्रभारी विमल चन्द्र पांडेय ने बताया कि यदि आगामी एक माह के भीतर निजीकरण की कार्रवाई वापस नहीं ली गई तो पूरे प्रदेश के 58 हज़ार संविदा कर्मियों द्वारा 17 जून से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार प्रारंभ किया जाएगा।
टिप्पणियां