IKEA ने लॉन्च किए स्मार्ट होम गैजेट्स, घर में होने वाले हर मूवमेंट पर होगी नजर
स्मार्ट डिवाइसेज बनाने वाली कंपनी IKEA ने नए होम सिक्योरिटी सेंसर्स पेश किए हैं। ये स्मार्ट सेंसर्स आपकी गैर मौजूदगी में भी घर को पूरी तरह से सुरक्षित रखेंगे। इन स्मार्ट गैजेट्स की सबसे खास बात ये है कि इनकी कीमत बेहद कम रखी गई है और यूजर्स के लिए अफोर्डेबल हैं। IKEA के ये स्मार्ट सेंसर्स- VALLHORN, PARASOLL और BADRING के नाम से बाजार में उतारे गए हैं। इन सभी स्मार्ट होम गैजेट्स को ऑपरेट करने के लिए आपको Zigbee सॉफ्टवेयर की जरूरत होगी। इस कंपेनियन ऐप के जरिए आप इन सेंसर्स को कंट्रोल कर सकेंगे और एक्टिविटी को ट्रैक और कम्युनिकेट कर पाएंगे। कंपनी का कहना है कि इन सभी गैजेट्स में DIRIGERA हब दिया गया है, जो सीमलेस एक्सपीरियंस देगा।
IKEA इससे पहले बाजार में स्मार्ट होम इक्वीपमेंट्स के तौर पर स्मार्ट बल्ब, स्पीकर्स और एयर प्यूरीफायर्स पेश कर चुका है। IKRA PARASOLL की बात करें तो यह एक डिस्क्रीट सेंसर है, जिसे घर के दरवाजों और खिड़कियों पर लगाया जा सकता है। घर के दरवाजे और खिड़कियों के खुले रहने पर यह आपको नोटिफाई करेगा। इस सेंसर की मोटाई बेहद कम है, जिसकी वजह से इसे आसानी से दरवाजों और खिड़कियों में फिट किया जा सकता है।
IKEA VALHORN की बात करें तो यह एक वायरलेस मोशन सेंसर है, जिसे इंडोर या आउटडोर कहीं भी लगाया जा सकता है। इसमें लाइट्स लगी हैं, जो मूवमेंट होने पर जलने लगती है। यूजर्स के पास इसे कस्टमाइज करने का भी ऑप्शन रहेगा। यूजर्स अपनी पसंद के लाइट्स इसमें सेट कर सकते हैं। यही नहीं, सेंसर से निकलने वाली लाइट्स की इंटेसिटी को भी कंट्रोल किया जा सकता है।
वहीं, तीसरे स्मार्ट होम गैजेट IKRA BADRING की बात करें तो इस डिवाइस को घर में होने वाली वाटर लीकेज का पता लगाने के लिए पेश किया गया है। इस डिवाइस को घर में लगाने का बाद आपको घर में पानी की लीकेज होने पर पता लग जाएगा। IKEA के ये स्मार्ट होम गैजेट्स जल्द ही सेल के लिए उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इसे कंपनी के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से खरीद सकेंगे।
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‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है।
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