स्कैमर्स अब फेल, भारत में लॉन्च हुआ Google Safety Charter
By Tarunmitra
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नई दिल्ली। देश में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जहां हर दिन हजारों लोग फिशिंग वेबसाइट, फर्जी ऐप्स और स्कैम कॉल्स का शिकार बन रहे हैं। ऐसे माहौल में Google ने भारत के लिए एक खास सुरक्षा पहल की शुरुआत की है। कंपनी ने 'Google Safety Charter' नाम से एक नई साइबर सेफ्टी गाइडलाइन लॉन्च की है, जिसका उद्देश्य यूजर्स को इंटरनेट पर सुरक्षित रखना और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर भरोसा बनाए रखना है।
क्या है Google Safety Charter?
गूगल सेफ्टी चार्टर दरअसल एक डिजिटल सुरक्षा नीति है, जिसे खासकर भारतीय यूजर्स को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसका मकसद इंटरनेट को ज्यादा सुरक्षित बनाना, लोगों को फ्रॉड और स्कैम से बचाना और एक जिम्मेदार डिजिटल वातावरण तैयार करना है।
इस चार्टर के तहत Google उन एप्स और वेबसाइट्स को प्राथमिकता देगा, जो यूजर डेटा की सुरक्षा, पारदर्शिता और स्पष्ट परमिशन पॉलिसी का पालन करते हैं। इसके अलावा, Google प्ले स्टोर पर नए सिस्टम लागू कर रहा है जो फर्जी, डुप्लिकेट और वित्तीय धोखाधड़ी करने वाले ऐप्स को समय रहते पहचानकर उन्हें ब्लॉक कर सकेगा। कंपनी इसके साथ ही यूजर्स को सेफ ब्राउजिंग के लिए समय-समय पर चेतावनी, सुझाव और सेफ्टी अलर्ट भी भेजेगी।
भारत के लिए क्यों है यह पहल जरूरी?
भारत में तेजी से बढ़ते डिजिटल पेमेंट्स और ऑनलाइन सेवाओं के साथ-साथ साइबर फ्रॉड के मामले भी खतरनाक स्तर तक बढ़ चुके हैं। फर्जी KYC कॉल्स, लिंक पर क्लिक करवाकर पैसे चुराने की घटनाएं और WhatsApp या SMS के जरिए फिशिंग अटैक आम हो गए हैं। ऐसे में गूगल की यह पहल भारतीय यूजर्स को ऑनलाइन सुरक्षित रखने के लिहाज से एक बड़ा और जरूरी कदम है।
कौन-कौन से ऐप्स होंगे इस पहल का हिस्सा?
Google ने बताया कि कई पॉपुलर फाइनेंशियल और पेमेंट एप्स जैसे PhonePe, Paytm और Bajaj Finserv इस चार्टर का हिस्सा बनेंगे। ये कंपनियां अपने प्लेटफॉर्म्स पर अतिरिक्त सुरक्षा और पारदर्शिता के फीचर जोड़ेंगी ताकि यूजर्स के लिए अनुभव और अधिक सुरक्षित बन सके।
Google जल्द ही प्ले स्टोर पर उन ऐप्स को “Safety Verified” टैग देगा, जो इस सेफ्टी चार्टर का पालन करेंगे। यूजर्स को सलाह दी गई है कि किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग, डाउनलोड संख्या और मांगी गई परमिशन की जानकारी जरूर जांचें। साथ ही Google से मिलने वाले सेफ्टी नोटिफिकेशन को गंभीरता से लेना भी जरूरी होगा।
इस नई पहल के जरिए यूजर्स ऐसे एप्स पर भरोसा कर सकेंगे जो Google के सुरक्षा मानकों को पूरा करते हैं। इससे उनकी निजी जानकारी और पैसों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। साथ ही फर्जी और धोखाधड़ी करने वाले एप्स की पहचान करना भी आसान होगा, जिससे यूजर्स को इंटरनेट पर ज्यादा सुरक्षित अनुभव मिल सकेगा।
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‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है।
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