ठगी का मामला : पुलिस ने जाली आई कार्ड बनाने वाली प्रिंटिंग प्रेस को किया सीज
धर्मशाला। कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला क्षेत्र के खनियारा गांव में खुद को सैन्य कर्नल बताकर सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के मामले में बड़े खुलासे हो रहे हैं। मामले का मुख्य आरोपी रमेश डोगरा उक्त मामले सहित पहले भी करीब आधा दर्जन विभिन्न मामलों में संलिप्त रह चुका है। आरोपी पहले भी सेना में भर्ती करवाने के नाम पर ठगी कर चुका है और इस संदर्भ में उसके खिलाफ मामले भी दर्ज हुए हैं। वहीं, इस मामले में अब पुलिस ने कांगड़ा की ही एक प्रिंटिगं प्रेस को सीज कर दिया है जहां उक्त आरोपी व्यक्ति का जाली आई कार्ड बनाया गया था।
पुलिस ने प्रिंटिंग प्रेस के कई दस्तावेजों, उपकरणों व सामान को सीज कर दिया है। साथ ही प्रेस के मालिक व कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है। उक्त मामले में पुलिस को जांच पड़ताल के दौरान अन्य किसी का जाली कार्ड मिलने की बात सामने नहीं आई है। बावजूद इसके पुलिस विभाग की ओर से भारतीय सेना व अन्य के चिन्ह व जाली कार्ड बनाने के गंभीर मामले को देखते हुए सभी पहलूओं को खंगाला जा रहा है। इसमें मुख्य आरोपी रमेश डोगरा के साथ उनके कनेक्शन को भी देखा जा रहा है।
वहीं, पुलिस जांच में अब तक यही पता चला है कि उक्त आरोपी की ओर से अपने स्तर पर ही ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था, इसमें उसके साथ व गिरोह के शामिल होने की बात सामने नहीं आ रही है। बावजूद इसके पुलिस की ओर से सभी पहलूओं को जांचा जा रहा है।
गौरतलब है कि आरोपी पंचरूखी निवासी रमेश डोगरा ने धर्मशाला के खनियारा सहित अन्य कई युवाओं को अपने झांसे में लिया और लाखों रुपए की ठगी की। लेकिन जब लोगों को उसकी असलियत पता चली, तो उन्होंने उसे खुद पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया है। उसने खुद को सेना का कर्नल बताकर युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का भरोसा दिलाया था।
उधर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कांगड़ा आईपीएस शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि आरोपी इस मामले के अलावा भी अन्य कई मामलों में संलिप्त रहा है। जिसके चलते उसके खिलाफ विभिन्न थानों में केस दर्ज हैं और वह सजा भी काट चुका है। उन्होंने बताया कि सेना का जाली कार्ड व दस्तावेज बनाने वाली प्रिंटिग प्रेस के महत्वपूर्ण दस्तावेज, उपकरण व सामान सीज किया गया है। प्रेस के मालिकों व कर्मियों से पूछताछ की जा रही है।
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