हवालात में पंखे की हवा खाते अपराधी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल

-पंद्रह सप्ताह बाद आरोपी को पकड़ सकी पुलिस

हवालात में पंखे की हवा खाते अपराधी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल

-हजरतगंज थाने में 17 मार्च को दर्ज हुआ था मुकदमा

लखनऊ। सोमवार हजरतगंज कोतवाली से एक चौका देने वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई। हवालात में बंद एक कैदी पंखे की हवा खाते हुए कैमरे में कैद हुआ। सूत्रों के मुताबिक़ इस आरोपी को पुलिस लगभग पंद्रह सप्ताह बाद गिरफ्तार कर सकी है। आरोपी पर एक किन्नर ने पैसा वसूली का आरोप लगाते हुए 17 मार्च को मुकदमा दर्ज कराया था।

जानकारी के मुताबिक़ कोतवाली क्षेत्र के नरही स्थित विंग्स ऑफ फायर कैफे के संचालक को किन्नर से रकम हड़पने से जुड़े आरोपी अभिषेक सिंह को रविवार व सोमवार की मध्य रात्रि गिरफ्तार कर किया था। पुलिस ने उसे हवालात में बंद किया था। इस दौरान सोशल मीडिया पर आरोपी अभिषेक सिंह की एक फोटो वायरल होने गई, जिसमें वह हवालात में बंद दिख रहा है। वहीं उसके सामने एक पंखा भी दिख रहा है। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद लोग लखनऊ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते नजर आये। गौरतलब है कि हजरतगंज स्थित विंग्स ऑफ फायर के संचालकों के खिलाफ किन्नर प्रियंका सिंह रघुवंशी ने एक लाख की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। प्रियंका का आरोप है कि संचालकों ने बिजनेस में नुकसान बताकर उधार के तौर पर 3 लाख रुपए लिए थे। उधार को दो महीने में वापस करने की बात कही थी। समय बीतने पर पैसे वापस मांगे तो मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने लगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मोहनलालगंज निवासी आदिशिव ट्रांसजेंडर फाउंडेशन की अध्यक्ष प्रियंका सिंह रघुवंशी का कहना था कि 2024 में उन्होंने हजरतगंज स्थित लाउंज के संचालक अक्षय सिंह चौहान, प्रतीक सिंह चौहान, अभिमन्यु सिंह चौहान व अभिषेक को तीन लाख उधार दिए थे। आरोप है कि तय समय पर जब उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी तो अभिषेक उन्हें अपने साथ जनेश्वर पार्क ले गया। वहां उन पर असलहा तानकर 50 हजार वसूल लिए। इसके बाद आरोपी ने उन्हें वापस छोड़ दिया। प्रियंका का आरोप है कि बृहस्पतिवार को वह लाउंज में होली पार्टी में पहुंची थी। यहां उन्होंने फिर से अपनी रकम मांगी तो अभिषेक आग बबूला हो गया। आरोपी ने उन पर फिर असलहा ताना और धमकी दी। प्रियंका का आरोप है कि आरोपी उनसे एक लाख रंगदारी मांग रहा था।

क्या बोले इंस्पेक्टर हजरतगंज...!

वहीं इस प्रकरण पर इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह का कहना रहा कि हवालात में चार कैदी बंद थे, गर्मी और ऊमस बहुत ज्यादा थी। इस कारण मानवीय दृष्टिकोण को देखते हुए यह रोटेट करने वाला पंखा लगाया गया था। कैदियों की निगरानी के लिये क्रमवार तीन सिपाहियों की ड्यूटी भी लगाई गई थी, अत: यह पंखा सिर्फ कैदियों के लिये नहीं बल्कि वहां पर ड्यूटीरत हमारे स्टॉफ के लिये भी रखा गया था।

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