यूनाइटेड नेशंस बोलते हैं कि टोटल GDP का 5% हैल्थ बजट होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हुआ : डाॅ. बीपीएस त्यागी
गाजियाबाद, ( तरूणमित्र )
हैल्थ बजट FY 23-24 यूनाइटेड नेशंस बोलते हैं कि टोटल GDP का 5% हैल्थ buget होना चाहिए लेकिन अगर हम आज का बजट देखें तो वह टोटल जीडीपी का 2.38 % है यानि UN में permanant सीट लेने के लिए हमें इसे 5% करना होगा जो कि नहीं है। इण्डियन फाइनेंस कमीशन उम्मीद करता है कि हैल्थ बजट टोटल बजट का 8% होना चाहिये लेकिन इस बार हैल्थ को टोटल बजट का 1.98 % मिला है जो कि कम ही नहीं बल्कि काफ़ी कम है। हैल्थ को इस बार 45,03,097 करोड़ में 89155 करोड़ ही दिये गये हैं, इससे न तो हम 2025 तक टीबी ख़त्म कर पायेंगे न ही जन-जन तक स्वास्थ्य सेवा पहुँचा पायेंगे। डॉ बीपीएस त्यागी स्वास्थ्य प्रभारी रास्ट्रवादी जनसत्ता दल ने सरकार के द्वारा हैल्थ पर दिए गए बजट पर कहा कि यह बजट न के बराबर है जबकि हैल्थ का सबसे अधिक ख्याल रखना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिससे सरकार की मंशा पर सबाल खड़े होना तय है क्यों कि हम सब जानते हैं कि हैल्थ को लेकर सरकार का रवैया ठीक नहीं है।
टिप्पणियां