आशा बहुएं विधान सभा का घेराव करने निकली
लखनऊ। राजधानी में के चारबाग स्टेशन पर आशा बहुओं ने सोमवार सुबह हल्ला बोल दिया। चारबाग रेलवे स्टेशन पर प्रदेश के अलग-अलग जिलों की आशा कार्यकर्तायें जुटीं। यह सब कार्यकर्ताएं एकत्र होकर विधानसभा का घेरवा करने निकली थी। मानदेय की मांग को लेकर सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया। आशा बहुओं का कहना ही कि उन्हें दो हजार रूपये का मानदेय मिलता है। जो कम है।
आशा कार्यकर्ताओं की मांग है कि उन्हें न्यूनतम बीस हजार का मानदेय चाहिए। इसके लिए आशा बहुएं तख्तियां लेकर प्रदर्शन भी करती नजर आई। इन तख्तियों पर लिखा था दो हजार में दम नहीं बीस हजार से कम नहीं। वहीं अन्य तख्ती पर लिखा था आज करो अर्जेंट करो परमानेंट करो'।
यह सब कार्यकर्तायें विधानसभा का घेराव करने निकलीं थी। पुलिस ने स्टेशन पर ही सभी को रोक लिया। जिसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने उन्हें मिलने के लिए आवास पर बुला लिया। 11 लोगों के डेलिगेशन ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से मुलाकात किया।
आशा बहुओं का कहना है कि रह सब शहर से गांव तक सेवाएं दे रहीं हैं। 2 फरवरी 2024 को शासन की तरफ से दिसंबर 2019 से 2021 तक की आशा संगिनी को कोविड के दौरान योगदान देने वालों को प्रोत्साहन के रूप में 750 रुपए देने की बात कही गई। इसके अलावा, 1000 प्रतिमाह 24 महीने के भुगतान का भी वादा किया गया। फिर भी पूरा नहीं किया गया।
टिप्पणियां