राहुल को कांग्रेस ने बताया सामाजिक न्याय का योद्धा
लड़ रहे हैं दलित, पिछड़े, आदिवासियों के न्याय की लड़ाई
नई दिल्ली। कांग्रेस ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष तथा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को सामाजिक न्याय का योद्धा बताते हुए कहा है कि वह एक मात्र नेता हैं जो मजबूती से दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को न्याय देने की लड़ाई लड़ रहे हैं और इसी का परिणाम है कि बिहार में उन्हें इन वर्गों के छात्रों से संवाद करने से रोकने का प्रयास किया गया लेकिन वह नहीं माने और उन्होंने अम्बेडकर हास्टल जाकर जबरन छात्रों से संवाद किया।
कांग्रेस अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) विभाग के अध्यक्ष डॉ अनिल जयहिंद तथा ऋतु चौधरी ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राहुल गांधी बिहार के दरभंगा में दलित और पिछड़ा वर्ग के छात्रों से मिलने जा रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश कर तानाशही की। राहुल गांधी दलितों और पिछड़ों के हितों और उन्हें अधिकार देने की बात करने के लिए दलित और पिछड़े वर्ग के छात्रों से मिलने जा रहे थे लेकिन नीतीश सरकार ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेटर लगावा दिए, लेकिन राहुल गांधी नहीं माने और वह छात्रों में मिलने पहुंच गये।
उन्होंने राहुल गांधी को सामाजिक न्याय का योद्धा बताया और कहा कि वह जिस मुद्दे को हाथ में लेते हैं उसे अंजाम तक पहुंचाते हैं इसलिए कह सकते हैं कि देश में सामाजिक न्याय का समय आ चुका है और राहुल गांधी इस आंदोलन के 'न्याय योद्धा' हैं। उनका कहना था कि यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोचते हैं कि वे राहुल गांधी को रोक लेंगे, तो उनकी गलतफहमी है और आज यह साबित भी हो गया है। डॉ जयहिंद ने कहा दलित, पिछड़े और आदिवासियों को राहुल गांधी के रूप में ऐसा नेता मिला है, जो उनकी लड़ाई लड़ रहा है क्योंकि यह सरकार जब से आई है, तब से देश में दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों, आदिवासियों की शिक्षा को रोकने का प्रयास कर रही है। छात्रों की छात्रवृत्ति बंद की जा रही है, सरकारी स्कूल और कॉलेजों की हालत खराब कर दी है, उच्चतम न्यायालय ने अनुच्छेद 15 (5) पास कर दिया- जिसमें निजी शिक्षण संस्थानों में दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों को आरक्षण दिया जाएगा-लेकिन इस सरकार ने 11 वर्षों से उसे रोक कर रखा है। उनका कहना था कि राहुल गांधी जो कहते हैं वह सही साबित होता है।
उन्होंने लोकसभा में कहा था कि देश में हम जातिगत जनगणना कराएंगे, जिसके आगे सरकार को झुकना पड़ा। आज फिर से राहुल जी ने दरभंगा में प्राइवेट संस्थानों में दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों को आरक्षण देने की आवाज उठाई है। इस बीच कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, बिहार भगवान बुद्ध, बाबू जगजीवन राम और कपूर्री ठाकुर की धरती है। जब जब दुनिया में सामाजिक न्याय की बात होगी, बिहार का नाम लिया जाएगा। आज नेता विपक्ष राहुल गांधी ने जो साहस दिखाया, वो यही धरती और उसके महापुरुषों से प्रेरित होकर दिखाया है।
जब तथाकथित सामाजिक न्याय के हितैषी सत्ता का दुरूपयोग करते है और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को रोकने का षड़यंत्र रचते है, तब जनता को भी समझ आ जाता है कि वे असलियत में निजी शिक्षा संस्थानों में आरक्षण और आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा को बढ़ाने के प्रस्ताव को रोक रहे है, लेकिन ये राहुल गाँधी है -जब जब सामाजिक न्याय की लड़ाई होगी, वे सबसे आगे नजर आएँगे और हर चुनौती से भिड़ेंगे।
भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ये ओछी राजनीति का नाकाम होना पक्का है। उन्होंने कहा कि जब जब सामाजिक न्याय की लड़ाई होगी राहुल गांधी इस लड़ाई में सबसे आगे नजर आएँगे और हर चुनौती से भिड़ेंगे। भाजपा और राजग की ये ओछी राजनीति का नाकाम होना पक्का है।
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