मथुरा जंक्शन पर ब्रजरज को नमन करने उतरते हैं यात्री, छूट जाती है ट्रेन
-मथुरा जंक्शन पर ट्रेनों के ठहराव का समय बढाने के लिए पत्राचार
-आरपीएफ प्रभारी ने मंडल मुख्यालय को लिखा इस संबंध में पत्र
मथुरा। कान्हा की नगरी में आने का सौभाग्य हर हिन्दू मांगता है। जब ट्रेन मथुरा होकर गुजर रही हो तो लोगों की आस्था अपने आप हिलौर मारने लगती हैं। लोग ब्रज रज को नमन करने और छूने का लालच नहीं छोड़ पाते हैं। गर्मी का मौसम चल रहा है, ऐसे मौके पर स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालयों की छुट्टियां भी शुरू हो चुकी हैं। लोग घूमने फिरने के लिए निकल पड़े हैं। जब ट्रेन मथुरा जंक्शन पर रूकती है तो लोग प्लेटफार्म पर उतर कर धरती को छूते हुए आपको यहां वहां दिख जाएंगे। मथुरा जंक्शन से होकर प्रतिदिन सैकड़ों गाड़ियां निकलती हैं। इनमें से अधिकांश का ठहराव यहां है। लेकिन सुपर फास्ट और लम्बी दूरी की अधिकांश ट्रेनों के ठहराव का समय मथुरा जंक्शन पर बेहद कम हैं। ये ट्रेन यहां एक से दो मिनट ही ठहरती हैं।
ऐसे में कई बार ब्रज रज को नमन करने के लिए प्लेटफार्म पर उतर तो आते हैं लेकिन उन्हें चढ़ने का मौका नहीं मिलता है। ट्रेन आगे निकल जाती है। लोग प्लेट फार्म पर ही रह जाते हैं। इस तरह की बातें लगातार स्टेशन प्रबंधन तक भी पहुंच रही थी। इस समस्या को देखते हुए यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर आरपीएफ प्रभारी अवधेश गोस्वामी ने आगरा मंडल मुख्यालय को पत्राचार किया है। जिसमें मांग की गई है कि मथुरा जंक्शन पर जिन ट्रेनों का ठहराव एक मिनट का है उसे बढा कर दो और जिन ट्रेनों का ठहराव दो मिनट है उसे पांच मिनट कर दिया जाए। जिससे लोगों को हो रही असुविधा को कम किया जा सके। आरपीएफ प्रभारी ने बताया ट्रेनों के ठहराव के समय में परिवर्तन एक प्रक्रिया है, जिसके पूरा होने पर जिसके पूरा होने पर संभव है कि यहां ट्रेनों के ठहराव का समय बढा दिया जाए। दूर दराज से आने वाले यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों की भी लम्बे समय से मांग रही है कि यहां रुकने वाली ट्रेनों के ठहराव के समय को बढ़ाया जाए।
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